मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता एक बार फिर देखने को मिली है मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि राहुल को सकुशल निकालने की हर सम्भव कोशिश करना है । मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल को बचाने के लिए पिछले 24 घंटे से प्रशासनिक और पुलिस महकमा घटना स्थल से हिला नहीं है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर के पिहरिद गांव में घर के ही पास बने एक बोरवेल में 10 साल का मासूम राहुल गिर गया। घटना शुक्रवार की है। राहुल को बचाने जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला, एसपी विजय अग्रवाल के साथ 4 आईएएस,2 आईपीएस,1 एएसपी,2 डिप्टी कलेक्टर,5 तहसीलदार,4 डीएसपी,8 इंस्पेक्टर समेत रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर से भी बचाव दल जी जान से लगा हुआ है। साथ ही पुलिस के करीब 120 जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं। इसके अलावा 32 एनडीआरएफ, 15 एसडीआरएफ और सेना के जवान दिन रात एक किये हुए हैं ।
राहुल को सकुशल निकलने के लिए 4 पोकलेन, 6 जेसीबी, 3 फायर ब्रिगेड, हाइड्रा, स्टोन ब्रेकर, 10 ट्रैक्टर, होरिजेंटल ट्रंक मेकर जैसी मशीनों से काम लिया जा रहा है । सभी का मिशन सिर्फ एक है..राहुल को सकुशल बाहर निकालना है। कलेक्टर के निगरानी में राहुल के स्वास्थ्य की जानकारी रखी जा रही है। मेडिकल अफसरों से लगातार मशविरा किया जा रहा है। कैमरे में राहुल की हलचल बीच बीच में जारी है। सुरंग के लिए पाइप को नीचे उतारने तैयारी की जा रही है। लगभग 20 से 21 फिट की दूरी तक बोरवेल में फंसे बच्चे तक खुदाई की गई है। कई अलग अलग मशीनों से चेक किया जा रहा है। इसी के साथ ही एनडीआरएफ की टीम बोरवेल में मैनुअल क्रेन लगाकर भेजे गए हुक और रस्सी से भी राहुल को ऊपर लाने अपनी कोशिशें पिछले 40 घण्टे से जारी रखे हुई है। राहुल रस्सी को यदि पकड़ लेता है तो इसके सहारे भी वापस ऊपर लाने की कोशिश की जाएगी
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