
शरद पूर्णिमा नौ को, चमकी देखने को लोग बेताब
शरद पूर्णिमा नौ अक्टूबर को है। इस दिन ताजमहल का रात में दीदार करने का अलग ही अनुभव होता है। इसका पर्यटक बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। शनिवार को स्मारक के रात्रि दर्शन का पहला दिन है। आठ स्लॉटों में 400 सैलानी ताज को रात में निहारेंगे। सभी स्लॉट फुल हो चुके हैं।
ताज को रात में दीदार के लिए 8:30 से 12:30 बजे तक चार घंटे के लिए खोला जाता है। हर स्लॉट में 50-50 के ग्रुप को जाने की अनुमति है। सभी की सघन तलाशी के बाद स्मारक के पूर्वी गेट से प्रवेश दिया जाता है। बता दें कि ताजमहल 1984 से पहले रात में खुला करता था। 1984 में आतंकवादियों द्वारा ताज को उड़ा देने की धमकी के बाद इसे रात में बंद कर दिया गया। 2004 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसे रात में चार घंटे के लिए खोलने के आदेश हुए। प्रत्येक माह की पूर्णिमा से दो दिन पहले और दो दिन बाद ताजमहल को रात में चार घंटे के लिए स्मारक को खोला जाता है। इस बार शुक्रवार को बंदी के कारण चार दिन के लिए ही स्मारक रात में खुलेगा। ताजमहल का रात में 11 अक्टूबर तक दीदार किया जा सकेगा।
निरस्त टिकट के स्थान पर अन्य कोई नहीं ले सकता
ताज का रात में दीदार करने के लिए टिकट माल रोड स्थित एएसआई कार्यालय से एक दिन पहले ली जा सकती है। दूसरे दिन दोपहर 12 बजे तक टिकट कैंसिल भी कराई जा सकती हैं, लेकिन निरस्त टिकटों के स्थान पर अन्य कोई टिकट बुक नहीं कर सकता है। यानी एक दिन पहले जितने लोगों ने टिकट बुक कराईं थीं। वह रात में ताज देख सकते हैं। यदि निरस्त हुईं तो उनके स्थान पर कोई टिकट बुक नहीं होगी। ताज की रात को निहारने की टिकट दरों के मुताबिक विदेशी सैलानियों को 750 रुपये का टिकट खरीदना होगा और भारतीय पर्यटकों का 510 और बच्चों का 500 रुपये का टिकट लेना होगा।
ताजमहल के अलावा मेहताब बाग स्थित ताज व्यू प्वाइंट से भी चांदनी रात में स्मारक का दीदार किया जा सकता है। यहां से ताज को शाम से छह से रात 12 बजे तक निहारा जा सकता है। यहां से ताज को निहारने के लिए भारतीय सैलानियों को पांच दिन के लिए 50 और विदेशी सैलानियों को 200 रुपये की टिकट लेनी होगी। ये टिकट मेहताब बाग में बने काउंटर से ली जा सकती है।
Leave a Reply