153 महिलाओं ने व्रत रखे जाने के लिए दी है जेल प्रशासन को अर्जी, 342 महिला बंदी आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद की जेलों में निरुद्ध हैं
प्रेमियों की खातिर पतियों को मरवाने की खबरें आम हो चली हैं। आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद की जेलों में ऐसे मामलों में करीब डेढ़ सौ और विभिन्न आरोपों में 272 महिलाएं निरुद्ध हैं। करवाचौथ के मौके पर जेलों में निरुद्ध पतियों की हत्या की आरोपी करीब 90 महिलाओं ने प्रेमियों के लिए व्रत रखने का अनुरोध जेल प्रशासन से किया है।
इनमें से कुछ के प्रेमी तो कारागार में ही हैं।
आगरा में कानून की बेड़ियों में जकड़ीं 82 महिला बंदी पति और प्रेमी की लम्बी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं। इनमें से कई महिलाओं के पति जेल में ही बंद हैं। वहीं आठ ऐसी महिलाएं भी हैं जिनके साथ उनके बच्चे भी जेल में ही पल रहे हैं। जिला कारागार में उनके लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जिला कारागार में महिला बंदी करवाचौथ का सामूहिक व्रत रखेंगी। विभिन्न आरोपों में कारागार में कुल 162 महिला बंदी बंद हैं। जिनमें से 82 ने जेल प्रशासन से व्रत रखने की इच्छा जाहिर की है। खास बात यह है कि 36 महिला बंदी जेल में ही अपने चांद की आरती उतार कर लंबी उम्र की कामना कर सकेंगी। क्योंकि इनके पति भी विभिन्न केसों में जेल में बंद हैं। इनको जेल प्रशासन ने एक निश्चित समय पर पति से मिल व्रत तोड़ने की अनुमति दे दी है।
अधिकारियों के अनुसार महिला कैदियों को व्रत का सामान देने के लिए उनके परिजन एक निश्चित समय तक जेल में आ सकते हैं। जिन बंदियों का बाहर कोई नहीं है, उनके लिए जेल प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं द्वारा व्रत के लिए आवाश्यक सामान उपलब्ध कराने जा रहे हैं।
मथुरा में 32 रखेंगी व्रत
इधर मथुरा जिला कारागार में निरुद्ध 32 महिला बंदियों ने करवाचौथ व्रत रखने की इच्छा जाहिर की है। इनमें 9 पर पति की हत्या या उसकी साजिश में शामिल होने का आरोप है। ऐसी महिलाओं ने जेल की पुरुष बैरक में निरूद्ध अपने प्रेमियों से मिलने की अनुमति भी जेल प्रशासन से मांगी है। जेल में इस समय 77 महिला बंदी निरुद्ध हैं। करवाचौथ का व्रत रखने वाली 32 में 23 महिलाएं ऐसी हैं जिनके पति पुरूष बैरक में निरूद्ध है। जेल प्रशासन ने इन 23 महिलाओं की उनके पतियों से करवा चौथ वाले दिन जेल में मुलाकात कराने की सुविधा प्रदान की है।
फिरोजाबाद में 41 महिला बंदी रखेंगी व्रत
जेल में इस समय विभिन्न मामलों में 103 महिलाएं निरुद्ध चल रही हैं। इन महिलाओं में से 41 ने अपने नाम जेल प्रशासन को सौंपे हैं जो करवाचौथ का व्रत रखेंगी। महिलाओं द्वारा व्रत को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। करवा चौथ को लेकर महिलाओं के परिजनों द्वारा भी सामान भिजवाया गया है। वहीं महिलाओं की डिमांड के आधार पर जेल प्रशासन ने भी पूजा सामग्री, व्रत के बाद भोजन तैयार कराने के निर्देश दिए हैं। कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जो अपने प्रेमियों के साथ जेल में निरुद्ध हैं। वे अपने पतियों की हत्या या अन्य कारणों से प्रेमियों के साथ जेल में आईं। कई महिलाएं अकेली जेल में हैं लेकिन प्रेमी बाहर हैं, ऐसी महिलाएं प्रेमियों के लिए भी व्रत रखेंगी।
सींखचों के भीतर नहीं खुले में चांद होगा दीदार
करवा चौथ पर जेलों में महिला बंदियों के लिए शासन की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई है। महिला बंदी सींखचों के भीतर नहीं, बल्कि खुले में चांद का दीदार कर सकेंगी। जिन महिला बंदियों के पति उनके साथ जेल में बंद उनके अलावा अन्य महिला बंदी भी अपने पतियों से मिल सकेंगी। इसके लिए मुलाकात कराई जाएगी।
हलवा पूड़ी से टूटेगा व्रत
पूरे दिन निर्जला व्रत रहने के बाद अपने चांद का दीदार कर लंबी उम्र की मनोकामना करने वाली सभी महिला बंदियों के लिए व्रत तोड़ने के बाद विशेष भोजन की व्यवस्था की गई है। जेल प्रशासन के अनुसार शुद्ध घी से निर्मित हलवा पूड़ी और दो सब्जी महिलाओं को परोसी
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