यूनिक समय, मथुरा। डीएम पुलकित खरे को यूपीआरआरडीए का सीईओ बनाया गया। डीएम पुलकित खरे पूरे दिन और देर रात तक कार्य करने वाले अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं।
उनकी कार्य शैली से भले ही कुछ अधिकारी व कर्मचारियों को असुविधा हुई हो लेकिन जिले के कई कार्य उन्होंने ऐसे शुरू कराए जिनको जनपद की जनता भूल नहीं सकती है। वहीं नव नियुक्त जिलाधिकारी शैलेंन्द्र सिंह से जनता की अपेक्षा होगी।
यहां के विकास कार्यों में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो। ये कार्य और अधिक गति से चलते रहे।
नए डीएम शैलेंन्द्र सिंह से लोगों को हैं काफी अपेच्छाये- Mathura Latest News
श्री खरे में सबसे पहले मथुरा-गोवर्धन मार्ग के चौड़ीकरण कार्य को पीडब्लूडी के तत्कालीन एक्सईएन पर दबाव बनाकर पूरा कराया था। अब इस रोड को हरियाली से आच्छादित करने का अभियान शुरू किया था।
अब देखना होगा। यह कार्य उनके जाने के बाद कितनी गति से पूरा होगा या नहीं। वजह है कि डीएम इससे एक मॉडल रोड के रूप में विकसित करने वाले थे। ऐसा ही कार्य उन्होंने मथुरा-वृंदावन मार्ग के चौड़ीकरण कार्य हो या मथुरा शहर के सौंदर्यीकरण कार्य। उन्होंने नगर आयुक्त अनुनय झा के सहयोग से भूतेश्वर से कृष्णानगर होकर गोवर्धन चौराहे के सौंदर्यीकरण कार्य को शुरू कराया।
उन्होंने बरसाना की लठामार होली, गोवर्धन का मुडिया पूर्णिमा मेला निर्विघ्न सम्पन्न कराया। उन्होंने अमृत महोत्सव के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में आधुनिक पंचायत घर, खेल के मैदान, अमृत तालाबों का निर्माण कराया। वहीं आंगनबाड़ी केन्द्रों की दशा सुधारने के लिए कार्य किए।
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डीएम पुलकित खरे ने कलेक्ट्रेट का कायाकल्प किया। वहां वटवृक्ष के नीचे जहां धरना प्रदर्शन होते थे, उस स्थल को एक सुंदर पार्क बना दिया। यहां पर साउंड सिस्टम लगाकर भक्ति रस सुनने को लोगों को मिल रहा है। जिसे सुनकर लोग अपने अपनी समसयाएं भूल जाते हैं।
वैसे नव नियुक्त डीएम शैलेन्द्र सिंह भी तेज तर्रार अधिकारी हैं। उन्होंने भी निष्पक्ष होकर सिटी मजिस्ट्रेट का कार्य किया। उनकी शैली सब लोगों को पसंद आई। किसी से इनका कोई विवाद नहीं हुआ, जो भी फरियादी उनके कार्यालय में आता था उसको तुरंत न्याय दिलाने का प्रयास रहता था।
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