यूनिक समय, मथुरा। शारदीय नवरात्र शुरु हो गये हैं। कान्हा की नगरी में इसी के साथ मां दुर्गा का गुणगान प्रारंभ हो जाएगा। सभी प्राचीन देवी मंदिरों को सजाकर तैयार कर दिया गया है। अब सिर्फ भक्तों के आने का इंतजार है। इसी शारदीय नवरात्रि में जगह-जगह मां के दरबार सजाए जाएंगे। दरबारों में विराजमान कराने के लिए मां दुर्गा की प्रतिमाएं तैयार भी हो रही हैं।
चौकि की स्थापना – Shardiya Navratri 2023
घर-घर में भी मां की चौकियों की स्थापना कर पूजा शुरु होगी और ज्योत जलेगी। हिंदू परिवारों की महिलाओं के मुख से एक स्वर सुनाई देगा मां कर दे मुराद पूरी, हलुआ पूरी बांटंूगी। प्राचीन मंदिरों, कुंजों में षष्ठी तिथि 20 अक्तूबर को देवी पंडाल सजेंगे और मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना की जाएगी।
मथुरा शहर के कैंट काली मंदिर, रंगेश्वर कांली देवी मंदिर, बस अड्डे पर बगुला मुखी माता मंदिर, डेम्पियर नगर की कैला मईया मंदिर, कंकाली देवी मंदिर, महाविद्या देवी मंदिर, भूतेश्वर स्थित पाताल देवी मंदिर पर शारदीय नवरात्रि महोत्सव विशेष तैयारियां की गई। वहीं नरी सेमरी देवी मंदिर, सांचौली देवी मंदिर में भी विशेष आयोजन होंगे।
दुर्गा सप्तशती पाठ – Shardiya Navratri 2023
कैंट काली मंदिर के मंदिर महंत दिनेश चतुर्वेदी ने बताया 15 से 24 अक्टूबर तक रोजाना सुबह मां का अभिषेक पूजा, दुर्गा सप्तशती पाठ होगा। दोपहर एक बजे मंदिर बंद होगा। शाम को 5:30 बजे नए-नए स्वरूपों में फूलों में विराजी हुई मां काली के दर्शन रात्रि 12:00 बजे तक होंगे। इसी तरह से वृंदावन स्थित मां कात्यायनी देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के दौरान भजन संध्या में कलाकार मां का गुणगान करेंगे।
कन्या लांगुरा का पूजन करेंगे। मंदिर के प्रबंधक राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा पूजा शतचंडी महायज्ञ भी होगा। 20 अक्टूबर को महातिरोधान महोत्सव, 22 अक्टूबर को सायं 5.35 बजे विशेष संधि पूजा आरती होगी। 23 अक्टूबर को शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति के समापन, 24 अक्टूबर को विजयादशमी पर समी वृक्ष एवं श्रीनारायण पूजन होगा।
राजपुर परिक्रमा मार्ग स्थित प्राचीन श्री मां चामुंडा शक्तिपीठ देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के दौरान 15 अक्टूबर को अखंड ज्योति घट की स्थापना होगी। 15 से 22 अक्टूबर तक पाठ, हवन एवं सायं को भजन संध्या, सायं 7.30 बजे से नित्य प्रतिदिन कन्या लांगुरा भोज, 22 अक्टूबर को महादुर्गाष्टमी पर सायं सात बजे विशेष महाआरती एवं रात्रि जागरण होगा। 26 अक्टूबर को दोपहर 1.30 बजे से विशेष भंडारा होगा।
Leave a Reply