प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दी रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की सौगात

Namo Bharat Train

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत के पहले रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को लॉन्च किया। इसके लिए पीएम उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पहुंचे।

पीएम ने कार्ड के माध्यम से ट्रेन का टिकट खरीदा। वह नमो भारत ट्रेन का टिकट लेने वाले पहले यात्री बने हैं। पीएम के साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएन ने हरी झंडी दिखाकर नमो भारत ट्रेन को रवाना किया। पीएम ने इससे पहले स्टेशन पर लगाए गए प्रदर्शनी को देखा। उन्होंने मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया। ट्रेन में छह कोच हैं। पूरी ट्रेन AC है। शनिवार सुबह छह बजे से आम लोग इस ट्रेन से यात्रा कर पाएंगे। इसमें हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। हर नमो भारत ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगी।

रैपिड ट्रांजिट सिस्टम – Namo Bharat Train

रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की शुरुआत दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के बीच हुई है। नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड का उद्घाटन किया। पीएम ने साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच चलने वाली रैपिडएक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन किया गया है। यह गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशनों के साथ साहिबाबाद को ‘दुहाई डिपो’ से जोड़ेगा। पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कोरिडोर की आधारशिला रखी थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो भारत ट्रेन में यात्रा की है। इस दौरान उन्होंने बच्चों और छात्राओं से बातचीत की। पीएम ने रेलवे के कर्मचारियों से ट्रेन को लेकर बात की है। पीएम ने ट्रेन का जायजा लिया।

रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में ट्रेन को 180 Kmph की रफ्तार से दौड़ने के लिए डिजाइन किया गया है। इससे दिल्ली के आसपास के इलाकों में सार्वजनिक परिवहन में क्रांति आएगी। हाई स्पीड ट्रेन स्टेशन पर हर 15 मिनट में मिलेगी। मांग बढ़ने पर हर 5 मिनट पर ट्रेन उपलब्ध कराया जा सकता है।

राजधानी दिल्ली क्षेत्र में आठ आरआरटीएस कोरिडोर तैयार किए जाने हैं। इनमें से तीन को फेज वन में बनाया जाएगा। ये दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कोरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर कोरिडोर और दिल्ली-पानीपत कोरिडोर हैं। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कोरिडोर को तैयार करने में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत आ रही है। इससे दिल्ली से मेरठ की दूरी एक घंटे से कम में तय की जा सकेगी।

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