यूनिक समय। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल काॅलेज में एक बार फिर शव की दोनों आंखें चूहे खा गए। व्यापारी संजय जैन के शव को जब परिजन लेने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। पहले तो परिजन केे बिछड़ने का गम और उसके बाद शव के साथ बेकदरी देखी तो परिजनों ने जमकर बवाल काटा।
परिजनों के गुस्से को देख पोस्टमाॅर्टम हाउस के कर्मचारी भाग गए। सूचना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आदित्य जैन पहुंच गए। विवाद बढ़ने के मेडिकल काॅलेज के अधीक्षक डाॅ. सचिन माहौर भी मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे परिजनों से बात की। इसके बाद पोस्टमाॅर्टम हुआ।
इससे पहले भी नवंबर महीने में 3 ऐसी घटनाएं हो चुकी है आइये जानते हैं कब-कब पोस्टमाॅर्टम हाउस में शवों के साथ बेकदरी हुई।
7 दिसंबर- 6 दिसंबर को शिवपुरी के करैरा निवासी व्यापारी संजय जैन ने जहर खा लिया। इसके बाद परिजन उसे लेकर मेडिकल काॅलेज हाॅस्पिटल पहुंचे जहां 7 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को मोर्चरी में भिजवाया गया। व्यापारी की मौत के बाद जब परिजन पहुंचे तो देखा कि शव की दोनों आंखे चूहे नोंचकर खा गए। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मोर्चरी में ऐसे लोहे के बॉक्स में शव रखे जाते हैं। बॉक्स टूटे होने के कारण जानवर अंदर घुस जाते हैं।
5 दिसंबर- झांसी के कोतवाली थाना क्षेत्र के गुदरी में विनोद की 16 साल की बेटी ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए झांसी के मेडिकल काॅलेज लेकर पहुंची। अगले दिन जब परिजन शव लेने पहुंचे तो लड़की का एक कान और हाथ का कुछ हिस्सा चूहे नोंचकर चट कर चुके थे। इस पर परिजनों ने खूब बवाल काटा। लेकिन हाॅस्पिटल के स्टाफ कैसे भी करके उनको शांत कराया।
6 नवंबर- यशवंतपुर एक्सप्रेस में बेसुध मिले यात्री सत्यप्रकाश भारती की इलाज के दौरान मेडिकल काॅलेज में मौत हो गई। 6 नवंबर को परिजन शव लेने पहुंचे तो सत्यप्रकाश के एक पैर का कुछ हिस्सा चूहे नोंचकर खा चुके थे। इस पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया पर जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली।
इधर मोर्चरी में अव्यवस्थाओं को लेकर मेडिकल काॅलेज के अधीक्षक डाॅ. सचिन माहौर ने कहा कि मोर्चरी की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। नाली टूटने के कारण चूहे अंदर आ रहे हैं। वहीं संस्था की मदद से नया डीप फ्रीजर 3 लोहे के बाॅक्स खरीदे जाएंगे।
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