कानपुर में 10 से 12 आवारा कुत्तों के झुंड ने घर के बाहर भाई-बहनों पर हमला बोल दिया। छह साल की मासूम को नोचकर मार डाला। वहीं साथ खेल रहे दो साल के भाई को नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। कानपुर के गोविंद नगर कच्ची बस्ती में रविवार रात आवारा कुत्तों के झुंड ने घर के बाहर भाई-बहनों पर हमला बोल दिया। छह साल की मासूम को नोचकर मार डाला। वहीं साथ खेल रहे दो साल के भाई को नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
भोला की हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है। घटना से गुस्साए लोगों ने रात 12.30 बजे सड़क पर जाम लगा नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि बच्चों पर लगभग 10 से 12 कुत्तों के झुंड ने हमला किया था। कच्ची बस्ती निवासी छोटू मजदूर है। उसकी पत्नी पूजा कूड़ा बीनती है। परिवार सड़क किनारे ही रहता है। छोटू के अनुसार रविवार रात 12 बजे उनकी छह वर्षीय बेटी खुशी और दो वर्षीय बेटा भोला घर के बाहर खेल रहे थे।
इसी दौरान कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। जमीन पर गिरने से कुत्तों ने खुशी की गर्दन को जकड़ लिया। इधर, भोला को भी कुत्ते नोचने लगे। जब तक कोई कुछ समझ पाता तबतक कुत्तों ने नोच-नोचकर खुशी की जान ले ली। वहीं, भोला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है। हालांकि उनकी मां उन्हें बचाने के लिए कुत्तों से भीड़ी लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। नगर निगम की लापरवाही से नाराज परिजनों ने बस्ती के लोगों के साथ सीटीआई पंप के बाहर शव रखकर हंगामा किया और रोड पर जाम लगा दिया।
गोविंद नगर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा ने बताया, सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया है। प्रदर्शन कर रहे बस्ती के लोगों ने दावा किया कि आवारा कुत्तों के बारे में पहले भी कई शिकायतें की जा चुकी हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। एसीपी गोविंद नगर, अमरनाथ यादव ने बताया कि लोगों का विरोध प्रदर्शन सुबह खत्म हो गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाने के लिए सरकार से बात कर रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में मांस की आठ दुकानें हैं, जहां ये कुत्ते खाते हैं। इसी कारण कुत्ते और हमलावर हो रहे हैं। पुलिस और नगर निगम को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
Leave a Reply