देश में नीट एग्जाम और रिजल्ट को लेकर छिड़े विवाद में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गड़बड़ी बात मानी तो NTA लापरवाही बरतने वाले मोड में आ गया। बिहार पुलिस ने यह दावा किया है। NEET-UG पेपर लीक और रिजल्ट में गड़बड़ी मामले में आए दिन चौंकाने वाल खुलासे हो रहे हैं। बिहार में मामले की जांच कर रही पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने अब एक बड़ा दावा किया है। EOU का कहना है कि 3 रिमाइंडर देने के बाद भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) क्वेश्चन पेपर भेज नहीं रही है,
Union Education Minister @dpradhanbjp assured that no one will be spared if found guilty, Government is committed to secure the future of students of the nation.@EduMinOfIndia #NEET #StrictAction pic.twitter.com/aLjokxr8bC
— DD News (@DDNewslive) June 16, 2024
जिस वजह से जांच अटकी हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पेपर लीक करने वाले गिरोह की केस में अहम भूमिका है। स्टूडेंट्स भी पेपर मांग रहे थे, इसलिए गिरोह के सदस्यों ने उनसे पेपर के बदले 30-30 लाख रुपये मांगे। 9 स्टूडेंट्स का पता चला है, जिन्हें पूछताछ के लिए EOU ने तलब किया है। 6 पोस्ट डेटेड चेक भी जांच के दौरान हैं। मामले में अब तक 13 गिरफ्तार हो चुके हैं और सभी आरोपी बिहार के ही हैं, जिन्हें क्वेश्चन पेपर एग्जाम से पहले मिल गया था।
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