यूनिक समय, आगरा। कारपेट कारोबारी केजी वशिष्ठ का इकलौता बेटा भारत जिंदा जल गया। गुरुवार आधी रात उनके तीन मंजिला मकान में आग लगने के बाद धुआं भर गया, तो परिवार को जानकारी हुई। आग की लपटों से बचते हुए भारत पिता को बाहर ले आए। पड़ोसियों से कहा- पापा को संभालिए। मैं बस दो मिनट में अंदर से आया। इसके बाद वह दोबारा घर के अंदर दाखिल हुए, तभी घर में सिलेंडर के धमाके हुए। भारत तेज लपटों में फंस गया। इससे उनकी जलकर मौत हो गई। भारत 35 साल का था।
आग चार घंटे बाद बुझाई जा सकी। पुलिस अंदर गई, तो भारत के शरीर के कुछ ही हिस्से मिले। बाकी जल गए थे। कंबल में शव को बटोरकर पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए ले गई। मामला आगरा के सदर इलाके का है। यहां कावेरी विहार में रहने वाले केजी वशिष्ठ का कारपेट का कारोबार है। वह गुरुवार की रात अपने बेटे भारत वशिष्ठ के साथ घर में थे। रात करीब 12.15 बजे आग लगी, तो पड़ोसियों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड बुलाई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस कावेरी विहार पहुंचे। तब तक घर पूरी तरह से आग की लपटों में घिर चुका था।
फायर कर्मचारियों ने बताया- ये आग मंदिर में रखे दीपक से भड़की थी। जब भारत दोबारा घर के अंदर गया, तब तक आग रसोई तक पहुंच चुकी थी। वहां रखे सिलेंडर में धमाका हुआ। इसके बाद आग और बेकाबू हो गई। भारत इसी में फंस गया। आग पूरी तरह ठंडी होने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां शुक्रवार सुबह गईं। पड़ोसियों ने बताया कि केजी वशिष्ठ के दो बच्चे हैं। बेटी की शादी हो गई है, जबकि भारत की शादी अभी नहीं हुई थी। शादी की बात चल रही थी। भारत की बहन आस्ट्रेलिया में रहती है। 15 दिन पहले भारत की मां बेटी के पास आस्ट्रेलिया गई थीं। घर में केवल पिता और बेटे ही थे। भारत पिता के साथ ही बिजनेस में हाथ बंटाता था।
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