यूनिक समय, नई दिल्ली। आज पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर से प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु आज त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे। महाकुंभ का यह पावन पर्व 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। यह महाकुंभ 144 सालों के बाद आया है और इसलिए इसे बेहद खास माना जा रहा है। महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को किया जाएगा। हिंदू पौराणिक शास्त्रों के अनुसार, महाकुंभ में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। इस बीच हिंदू धर्म के सबसे बड़े धर्म उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं के मन में उत्साह देखा जा रहा है।
आज सुबह 4 बजकर 32 मिनट से महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। श्रद्धालुओं ने आधी रात से ही गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम के साथ विभिन्न घाटों पर स्नान शुरू कर दिया। प्रयागराज में मंगलवार को मकर संक्रांति पर पहला अमृत स्नान पर्व होने वाला है। ठंड और बूंदाबांदी के बावजूद भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। मेले में कड़ी सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया है।
भीड़ का दवाब देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र में कुछ पुलों पर आवागमन रोक दिया गया।जिस वजह से श्रद्धालु कई किलोमीटर पैदल चलकर मेले में पहुँच रहे है। पौष पूर्णिमा व मकर संक्रांति पर 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले सभी 44 घाटों पर स्नान के लिए आए संतों और श्रद्धालुओं पर सरकार की तरफ से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई जाएगी। सरकार को उम्मीद है कि महाकुंभ में देश-विदेश से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। माना जा रहा है कि महा आयोजन में प्रति व्यक्ति औसत खर्च 10 हजार रुपये तक भी बढ़ सकता है और कुल कारोबार चार लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
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