
यूनिक समय, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री आवास पर मुद्रा योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की और उनकी सफलता की कहानियों को सुना। इस मौके पर पीएम मोदी ने योजना के उद्देश्य और इसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
पीएम मोदी ने कहा, “यह योजना मेरी तारीफ के लिए नहीं है, बल्कि इसका मकसद देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने का साहस देना है।” उन्होंने मुद्रा योजना की सफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह पहल छोटे व्यवसायों और सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, ताकि वे अपने व्यापार को बढ़ा सकें।
भोपाल के लाभार्थी लवकुश मेहरा ने प्रधानमंत्री से अपनी कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि पहले वह किसी के यहां काम करते थे, लेकिन मुद्रा लोन के जरिए उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया और आज वह अपने खुद के मालिक बन गए हैं। लवकुश ने कहा, “मैंने 2021 में अपना व्यवसाय शुरू किया था और मुझे बैंक से 5 लाख रुपये का लोन मिला। मुझे डर था कि मैं इसे चुका पाऊंगा या नहीं, लेकिन अब मेरा लोन 9.5 लाख रुपये तक बढ़ चुका है, और मेरा सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये से ज्यादा हो गया है।”
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने शुरू किया था, का उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पिछले दस वर्षों में इस योजना के तहत 50 करोड़ ऋण खातों को मंजूरी दी गई है, और 33 लाख करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है। इस योजना से 68 प्रतिशत महिला लाभार्थी और 50 प्रतिशत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अन्य पिछड़े वर्ग के लोग लाभान्वित हुए हैं।
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