
यूनिक समय, मथुरा। सहालग का मौसम शुरू होते ही शादी-विवाह के कार्यक्रमों की धूम मचने वाली है, लेकिन इसके साथ ही एक गंभीर खतरा भी सामने आ रहा है। हाल ही में खाद्य विभाग की छापेमारी में यह खुलासा हुआ कि मथुरा जिले में नकली पनीर, मावा और देशी घी का कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने विभिन्न इलाकों से लिए गए नमूनों की जांच में पुष्टि की कि ये उत्पाद मिलावटी हैं और इन्हें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जा सकता है। जांच के लिए भेजे गए सैंपलों में गुणवत्ता की भारी कमी पाई गई, लेकिन इसके बावजूद नकली सामान बेचने वालों की गतिविधियों पर अब तक ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
बताया जा रहा है कि मिलावटखोरों ने अब अपने ठिकाने बदल लिए हैं, और शादी के इस मौसम में इन मिलावटी सामग्रियों की खपत और तेज़ होने की आशंका है। विवाह समारोहों में तैयार की जा रही मिठाइयों, सब्जियों और रोटियों में इन घटिया उत्पादों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे आम लोगों का स्वास्थ्य जोखिम में पड़ सकता है।
चिकित्सकों का कहना है कि नकली पनीर, मावा और घी के सेवन से लीवर और किडनी पर गंभीर असर पड़ सकता है, साथ ही अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
जनता से अपील है कि स्वाद के चक्कर में सेहत से समझौता न करें। समारोहों में परोसे जा रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर सतर्क रहें और शक होने पर इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें।
शादी के इस व्यस्त मौसम में जहां लोग खुशियों में डूबे हैं, वहीं मिलावटखोर इस मौके का फायदा उठाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हर कोई जागरूक बने और नकली खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करे।
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