
यूनिक समय, मथुरा। ब्रज वृंदावन देवालय समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोस्वामी कृष्णनन्द भट्ट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में राधाकुंड स्थित मल्हार कुंड का दौरा किया, जहां कुंडों की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई गई। निरीक्षण के दौरान देखा गया कि कुंड चारों ओर से गंदगी, कूड़े-कचरे और मलबे से घिरा हुआ है। घाट तक मलवे में दबे हुए हैं और बगल के बगीचे पर अवैध कब्जा कर लिया गया है।
स्थानीय लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण से कुंड की पवित्रता खतरे में है। साथ ही, आस-पास के क्षेत्रों की सीवर लाइन का गंदा पानी सीधे कुंड में जा रहा है, जिससे इसका जल प्रदूषित हो गया है।
पर्यावरणविद् और अधिवक्ता आकाश वशिष्ठ भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। इससे पहले उन्होंने राल गांव के बल्देव कुंड का भी निरीक्षण किया, जिसकी स्थिति और भी बदतर मिली। दोनों ही कुंडों का पौराणिक और धार्मिक महत्व है, जो श्रीकृष्ण लीला से जुड़े हुए हैं।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इन हालातों पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कुंडों की इस दशा से धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचती है और पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। इसलिए इन पवित्र जलस्रोतों का संरक्षण एवं पुनर्जीवन अत्यावश्यक है।
समिति ने सरकार से मांग की है कि ब्रज क्षेत्र के सभी कुंडों का शीघ्र सीमांकन कराया जाए ताकि उनकी जमीन पर अतिक्रमण न हो सके। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि आवश्यकता पड़ने पर कुंडों की रक्षा हेतु न्यायालय की शरण ली जाएगी।
प्रतिनिधिमंडल में बलराम गोस्वामी, कृष्ण मुरारी गोस्वामी, भगवत स्वरूप शर्मा, महंत रामकृष्ण दास, अरुण भट्ट, भृगु मुनि दास और जगन्नाथ पोद्दार समेत कई अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित थे।
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