
यूनिक समय, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को पानी के मोर्चे पर घेरने की रणनीति अपनाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान जाने वाली नदियों के जल को रोकने या उसकी दिशा मोड़ने पर विचार शुरू कर दिया है। इससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है और अब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी है।
पाक पीएम शहबाज शरीफ ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भारत को पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने की हिमाकत नहीं करनी चाहिए, वरना इसका जवाब सख्ती से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर भारत ने पानी से छेड़छाड़ की तो पाकिस्तान की सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। उनका कहना था कि पाकिस्तान 24 करोड़ लोगों का देश है और हम अपनी सेना के साथ मजबूती से खड़े हैं। शांति हमारी प्राथमिकता है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता से कोई समझौता नहीं होगा।
इससे पहले, सुक्कुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भी भारत को चेताया था। उन्होंने कहा था कि सिंधु नदी पाकिस्तान की सांझी विरासत है और इस पर कोई भी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि या तो इस नदी से पानी बहेगा, या फिर उन लोगों का खून जो पाकिस्तान की हिस्सेदारी छीनना चाहते हैं।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि 1960 में हुई थी, जिसके तहत भारत छह नदियों के जल बंटवारे में पश्चिम की तीन नदियों (सिंधु, झेलम, चेनाब) का अधिकांश पानी पाकिस्तान को देने का प्रतिबद्ध है। लेकिन आतंकी हमलों और सीमा पार आतंकवाद को देखते हुए भारत इस संधि की समीक्षा कर सकता है।
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