
यूनिक समय, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत बदले की कार्रवाई की तैयारी में है। तीनों भारतीय सैन्य बल – थलसेना, नौसेना और वायुसेना – किसी भी सख्त जवाब के लिए पूरी तरह सतर्क हैं। इस संभावित जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। भारत की कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने भारत सीमा के पास अपनी वायुसेना की तैनाती को फिर से संगठित किया है। सबसे खास बात यह है कि पाकिस्तान अब अपनी सैन्य तैयारी में चीन से मिले हथियारों पर निर्भर होता जा रहा है। अमेरिका के एफ-16 लड़ाकू विमानों को हटाकर अब पाकिस्तान ने चीन से मिले JF-17 थंडर फाइटर जेट को सरगोधा और कराची के मौरीपुर एयरबेस पर तैनात कर दिया है। सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए यह साफ हुआ है कि पाकिस्तानी वायुसेना ने अपने प्रमुख एयरबेसों पर इन फाइटर जेट्स को मोर्चे पर लगा दिया है।
पाकिस्तानी वायुसेना के हथियारों की लिस्ट
- JF-17 थंडर: चीन और पाकिस्तान द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित फाइटर जेट, जो राफेल जैसे विमानों के मुकाबले में तैयार किया गया है।
- F-7PG स्काईबोल्ट: MiG-21 का चीनी संस्करण, जिसे वायुसेना में अब भी सीमित रूप से प्रयोग किया जा रहा है।
- K-8 काराकोरम: ट्रेनर एयरक्राफ्ट जो लड़ाकू पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रयोग होता है।
- विंग लूंग II और CH-4 UAV: आधुनिक हथियारबंद और निगरानी ड्रोन जो हवाई निगरानी और सटीक हमलों के लिए तैनात किए गए हैं।
- SD-10 (PL-12), PL-5, PL-8, PL-9C: हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, जिनका उपयोग मुख्य रूप से JF-17 में होता है।
- CM-400AKG और C-802AK: एंटी-शिप और क्रूज मिसाइलें जो हवाई हमलों में काम आती हैं।
पाकिस्तानी थलसेना के हथियार
- VT-4 टैंक: तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक जो चीन ने पाकिस्तान को सप्लाई किया है।
- टाइप 59, टाइप 69, टाइप 85-IIAP: पुराने लेकिन सक्रिय चीनी टैंक मॉडल।
- SH-15 हॉवित्जर: ट्रक-माउंटेड आर्टिलरी जो तेज़ी से तैनात की जा सकती है।
- A-100 MRL और LY-80 मिसाइल प्रणाली: मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और मध्यम दूरी की एयर डिफेंस मिसाइलें।
- HJ-8 और HJ-10 ATGM: एंटी-टैंक मिसाइलें जो बख्तरबंद लक्ष्यों को निशाना बनाती हैं।
- FN-6 MANPADS: पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम जो कम ऊंचाई वाले हवाई लक्ष्यों को गिराने में सक्षम है।
नौसेना के हथियारों की लिस्ट
- F-22P जुल्फिकार और टाइप 054A/P फ्रिगेट: आधुनिक गाइडेड मिसाइल युद्धपोत जो पाकिस्तानी नौसेना की रीढ़ बनते जा रहे हैं।
- हैंगर-क्लास AIP पनडुब्बियाँ: ये पनडुब्बियाँ पाकिस्तान को समंदर में निगरानी और आक्रामक शक्ति देती हैं।
- C-802 और YJ-62 एंटी-शिप मिसाइलें: शत्रु जहाजों को निशाना बनाने में सक्षम मिसाइल सिस्टम।
- LY-60N, हार्बिन Z-9EC और CM-302 मिसाइलें: वायु रक्षा और पनडुब्बी रोधी क्षमताओं के लिए अहम हथियार।
- SR2410C रडार और चीनी कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम: आधुनिक युद्ध प्रबंधन और निगरानी सिस्टम।
पाकिस्तान ने चीन पर पूरी तरह से रक्षा निर्भरता बना ली है। वायुसेना, थलसेना और नौसेना – तीनों ही शाखाओं में भारी मात्रा में चीनी हथियार और तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है।
Leave a Reply