
यूनिक समय, नई दिल्ली। गर्मी में रामलला की सेवा में विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस समय के बदलते मौसम और अत्यधिक गर्मी को देखते हुए, अयोध्या में रामलला को न केवल भोग में बदलाव किया गया है, बल्कि उनकी राहत के लिए कुछ नए उपाय भी अपनाए गए हैं।
गर्भगृह में अत्यधिक गर्मी से बचाव के लिए दो बड़े कूलर लगाए गए हैं। इसके अलावा, रामलला को रोजाना खास भोग अर्पित किया जा रहा है, जिसमें दही, लस्सी और ताजे फलों का जूस शामिल है।
वर्तमान में अयोध्या का मौसम तेज धूप और हल्की बूंदाबांदी के बीच बदलता रहता है। इसे देखते हुए, राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला की सेवा में आवश्यक बदलाव किए हैं। पहले गर्भगृह में पंखा, कूलर और एसी की कमी को लेकर चिंता जताई गई थी, और मीडिया में यह खबर आई थी कि रामलला गर्मी से प्रभावित हो रहे हैं।
इसके बाद, ट्रस्ट ने ज्येष्ठ माह के प्रारंभ से पहले गर्भगृह में कूलर की व्यवस्था की। इसके साथ ही, गर्मी से बचाव के लिए रामलला को दिन में पांच बार मधुपर्क अर्पित किया जा रहा है। यह मिश्रण घी, दही और शहद से तैयार होता है, जो रामलला को विशेष रूप से प्रिय है।
रामलला का शृंगार से लेकर शयन आरती तक, उन्हें हल्के रेशमी और सूती वस्त्र पहनाए जा रहे हैं। साथ ही, बेल, गुलाब, चंपा और जूही जैसे फूलों से रामलला का पूजन किया जा रहा है।
इन विशेष व्यवस्थाओं का उद्देश्य रामलला की सेवा को और भी आरामदायक बनाना है, ताकि वह इस गर्मी में भी श्रद्धालुओं के बीच अपनी शांति और आशीर्वाद की छाप छोड़ सकें।
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