नई दिल्ली। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब आजकल अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों पर दिए बयान के अलावा उन्होंने एक और बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नौजवान सरकारी नौकरियों के लिए नेताओं के पीछे न भागें।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बिप्लब देब ने शनिवार को अगरतला में अपने सूबे के नौजवानों को मशविरा देते हुए कहा कि वह नौकरी के लिए नेताओं के पीछे न दौड़ें, बल्कि अपना खुद का काम शुरू करें।
उन्होंने कहा, ‘नौजवान सरकारी नौकरी पाने के लिए सालों तक पार्टियों के पीछे भागते रहते हैं और अपने जीवन का कीमती वक्त खराब करते हैं। अगर यही युवा पार्टियों के पीछे भागने के बजाय अपनी पान की दुकान शुरू करता तो उसके खाते में 5 लाख रुपये होते।’
दरअसल, बिप्लब कुमार देब राजधानी अगरतला में आयोजित ‘पशु चिकित्सा पेशे का जीवन सुधार में भूमिका’ विषय पर आधारित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इसी दौरान उन्होंने बेरोजगार युवाओं से नौकरी के बजाय कारोबार शुरू करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा स्कीम के तहत लोन लेने और कारोबार कर पैसा कमाने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘यह धारणा है कि ग्रेजुएट खेती-किसानी नहीं कर सकते, मुर्गी पालन नहीं कर सकते या सुअर पालन नहीं करते, क्योंकि इससे उनका रुतबा गिर जाएगा।’
बिप्लब देब ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार नए काम शुरू करने के लिए लोन उपलब्ध करा रही है, जिससे आसानी से काम शुरू किए जा सकते हैं। लेकिन पढ़े-लिखे लोगों का परंपरागत काम न करने वाली मानसिकता के चलते संकट पैदा होता है।
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