एसडीएम गोवर्धन ने एक बार फिर गोवर्धन स्थित मंदिर दानघाटी और मंदिर मानसी गंगा के प्रबंधन को नोटिस जारी कर दिए हैं। इसमें मंदिर प्रबंधन पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेश की अवहेलना करने की बात कही है। कहा है कि मंदिर पर चढ़ने वाले दूध का कोई प्रबंध नहीं किया जा रहा है।
गोवर्धन के मंदिरों में श्रीगिरिराज जी की शिलाओं पर बड़ी मात्रा में भक्तजन दूध चढ़ाते हैं। यह दूध मंदिरों में चढ़ने के बाद नालियों में बहता है, जो आबादी क्षेत्र में दुर्गंध का कारण बनता है। इस दूध को नालियों में जाने से रोकने और उसके उचित प्रबंधन के आदेश कई बार मंदिर प्रबंधकों को दिए जा चुके हैं। एनजीटी ने भी इस संदर्भ में आदेश दिए हैं, लेकिन मंदिर प्रबंधन के स्तर पर अब तक कोई ऐसा प्रयास नहीं किया गया है, जिससे श्रीगिरिराज महाराज पर चढ़ने वाले दूध को नालियों में जाने से रोका जा सके।
एनजीटी के आदेश की अवहेलना पर एसडीएम डीपी सिंह ने श्रीगिरिराज मुकुट मुखार बिंद दस बिसा मानसी गंगा एवं मंदिर हर गोकुल के रिसीवर रमाकांत गोस्वामी तथा प्रबंधक श्रीगिर्राज मुखारबिंद दानघाटी मंदिर को नोटिस जारी किया है।
ब्रज फाउंडेशन अध्यक्ष को नोटिस जारी
द ब्रज फाउंडेशन के अध्यक्ष विनीत नारायण को एसडीएम गोवर्धन डीपी सिंह ने नोटिस जारी किया है। यह नोटिस गोवर्धन क्षेत्र में फाउंडेशन द्वारा कुंड, जलाशयों के जीर्णोद्धार बाद प्रवेश द्वार बनाकर श्रद्धालुओं के रोकने पर जारी किया गया है। एसडीएम ने इस नोटिस के माध्यम से यह भी कहा है कि ऐसे कुंड और जलाशयों में आमजन, श्रद्धालुओं का प्रवेश आचमन, दर्शन बाधित न किया जाए। भविष्य में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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