फरह (मथुरा)। राज्य निगरानी समिति, समाज कल्याण विभाग के सदस्य को नगर पंचायत, फरह से बिना निरीक्षण के ही लौटना पड़ा। नगर पंचायत कार्यालय में न तो चेयरमैन मौजूद थे और न ही अधिशासी अभियंता व अन्य कर्मचारी। नगर पंचायत की मलिन बस्तियों का निरीक्षण नहीं हो सका।
गुरुवार दोपहर को राज्य निगरानी समिति सदस्य धीरेंद्र कुमार वाल्मीकि कस्बा में पहुंचे। इस समय कार्यालय में न तो चेयरमैन मौजूद थे और न ही अधिशासी अभियंता मिले। सफाई कर्मचारियों को भी सदस्य के आने की सूचना नहीं दी गई थी।
निगरानी समिति के सदस्य धीरेंद्र कुमार ने पत्रकारों को बताया कि सफाई कर्मचारियों को हाथों के दस्ताने और मुंह पर मास्क लगाकर सफाई करनी चाहिए जबकि नगर पंचायतों में सफाई कर्मचारियों की सेफ्टी के लिए न तो हाथों के दस्ताने दिए जाते हैं और न ही मास्क। यही वजह है कि सफाईकर्मी घातक बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। कहा कि नगर निगम व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से सफाईकर्मी की मौत हो गई और दो सफाईकर्मी अस्पताल में भर्ती हैं।
उन्होंने अधिकारियों के लापरवाह रवैये की राज्य निगरानी समिति के चेयरमैन और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही। नगर पंचायत फरह चेयरमैन कृष्णकांत पचौरी ने स्पष्ट किया कि उनके पास या कार्यालय में राज्य निगरानी समिति के सदस्य के आने की कोई सूचना नहीं थी।
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