नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो रेट बढ़ाने के बाद अब बैंकों ने ब्याज दर बढ़ाना शुरू कर दिया है। बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में इजाफा होने के बाद अब उपभोक्ताओं को महंगे कर्ज के साथ ही ज्यादा ईएमआई का भुगतान करना पड़ेगा।
सोमवार को निजी क्षेत्र के दिग्गज बैंक एक्सिस बैंक ने एक वर्ष के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को 8.5 फीसद से बढ़ाकर 8.6 फीसद कर दिया है। वहीं सिंडिकेट बैंक ने एक साल की एमसीएलआर को 5 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 8.55 फीसद कर दिया है।
बैंक ने अन्य अवधियों के लिए एमसीएलआर में बदलाव नहीं किया है। वहीं, फेडरल बैंक ने 0.10 फीसद से 0.20 फीसद तक एमसीएलआर दर बढ़ा दी है। इंडसइंड बैंक ने भी 0.20 फीसद तक की बढ़ोतरी की है। कुछ दिन पहले सरकारी क्षेत्र के आंध्रा बैंक ने भी एमसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 8.55 फीसद कर दी थी। जानकारी के लिए बता दें कि 100 बेसिस प्वाइंट्स का मतलब एक फीसद होता है।
इससे पहले रेपो रेट में बढ़ोतरी का एलान के ठीक बाद कई बैंकों ने लोन महंगा कर दिया था।
Leave a Reply