नई दिल्ली। 2019 राजनीति को लेकर सत्ता के गलियारों में उथल-पुथल जारी है। सभी राजनैतिक दल अपने-अपने हिसाब से चुनावी पांसे चल रहे हैं। बहराल, इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि बिहार में गठबंधन के लिए राजद और जदयू जैसी पार्टियों के साथ बातचीत करना ‘मजबूरी’ है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया ताकि वह अपने दम पर चुनाव लड़ और जीत सके। वहीं गहलोत के इस बयान को लेकर राजद ने कहा कि वह खुद कांग्रेस की खराब हालत को लेकर चिंता में है।
गौरतलब है कि संगठन और प्रशिक्षण के प्रभारी कांग्रेस महासचिव गहलोत ने बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति के मुख्यालय में यह टिप्प्णी की। इस बैठक के दौरान राज्यसभा सदस्य अखिलेश सिंह सहित पार्टी के कुछ नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि बिहार में पार्टी सम्मानित तरीके से सीटों का बंटवारा करे और लालू प्रसाद की राजद द्वारा छोड़ी गयी सीटों से संतुष्ट नहीं हो। इस पर गहलोत ने कहा कि सभी जानते हैं कि किन हालात में गठबंधन किया गया। राजद और जदयू जैसी कंपनियों के साथ बातचीत करना हमारी मजबूरी बन गई है। हमारी बिहार इकाई में कई वरिष्ठ नेता हैं। हमें झगड़ों में समय खराब नहीं करना चाहिए, बल्कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए ताकि हमारे लिए अपने दम पर चुनाव लडक़र सरकार बनाना संभव हो सके। बता दें किगहलोत के बयान पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि सिर्फ बिहार की ही क्यों अन्य कई राज्यों में भी कांग्रेस के हालात कुछ ऐसे ही हैं। मध्यप्रदेश में वह मायावती के साथ गठबंधन करने को बेचैन है। लोकसभा में उसके पास इतनी संख्या भी नहीं है कि उसे मुख्य विपक्षी दल का दर्जा मिल सके।
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