मथुरा। रक्षाबंधन का त्योहार कल है। देश ही नहीं विदेश में भी भाई-बहन इस त्यौहार की तैयारी में जुटे हैं। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र या राखी बांधती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को सामर्थ्य के अनुसार भेंट देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं। धर्म शास्त्रों के जानकारों के मुताबिक भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र यानी राखी बांधते वक्त बहनों को ‘ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।’ मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इससे भाई के साथ-साथ बहनों की हर मनोकामना पूरी होती है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त- सुबह 5 बजकर 59 मिनट से शाम 5 बजकर 25 मिनट तक
- राखी बांधने की पूजा विधि…
- सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें.
- इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें.
- राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें.
फिर भाई को मिठाई खिलाएं. - अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्पर्श कर उसका आशीर्वाद लें
- अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्पर्श करना चाहिए
- राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए
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