नई दिल्ली। पुणे के कॉसमॉस बैंक के मुख्यालय से डाटा हैक करके 94 करोड़ 42 लाख की चोरी का मामला सामने आया है। खबर मिलते ही पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, बैंक के मुख्यालय के सर्वर को हैक कर वीसा और रूपे डेबिट कार्ड की जानकारी चुराकर हैकरों ने लगभग 28 देशों से 78 करोड रुपए ट्रांजैक्शन किया गया। इन देशों में यूके, यूएसए, रूस और यूएई भी शामिल है।
ये साइबर डकैती 11 अगस्त को दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे के दौरान हुई है। इसके बाद 13 अगस्त को फिर सर्वर हैक किया गया और 14 करोड़ रुपये गायब कर दिए गए। इस बार स्विफ्ट ट्रांजेक्शन के जरिए पैसा हांगकांग स्थित एक बैंक में भेजा गया है। हैंग सेंग नाम के इस बैंक में एएलएम ट्रेडिंग लिमिटेड के नाम से खाता है जिसमें चोरी की रकम डाली गई। इस कंपनी और पुणे के अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस खातों और खाताधारकों की जांच कर रही है।
बैंक ने एफआईआर में कहा- बैंक के मुख्यालय में एटीएम स्विच (सर्वर) को मालवेयर अटैक के जरिए हैक कर लिया गया था। इस दौरान डेबिट कार्ड के 14,849 ट्रांजैक्शन के जरिए 94 करोड़ रुपए बैंक के खातों से चुरा कर विदेशी खातों में ट्रांसफर किए गए। दूसरा ट्रांजैक्शन स्विफ्ट के जरिए किया गया। इसमें 13.9 करोड़ रुपए की रकम विदेशी खातों में भेजी गई। 11 और 13 अगस्त को रकम का ट्रांजैक्शन किया गया था।
पुलिस उपायुक्त (साइबर और इकोनॉमिक ऑफिस विंग) ज्योतिप्रिया सिंह ने कहा, ” यूके, यूएसए, रूस, यूएई और कनाडा भी उन 28 देशों में से हैं, जहां क्लोन कार्ड का उपयोग करके 78 करोड़ रुपये निकाल लिए गए है।” उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए इन देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साइबर सेल संपर्क कर रहा है।
डीसीपीए सिंग का कहना है की “हमें संदेह है कि हमले से पहले बैंक को कुछ प्रकार के अलर्ट प्राप्त हुए होंगे और हम बैंक से सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।” साइबर सेल का उद्देश्य अब “मनी मियूल्स” का पता लगाना है, जिनका इस्तेमाल विदेशी देशों में एटीएम का उपयोग करके पैसे वापस लेने के लिए किया जाता था। अब कॉसमॉस बैंक ने अपने सारे सर्वर, एटीएम, ऑनलाइन, मोबाइल बैंकिंग के ट्रांजैक्शन बंद कर दिए हैं।
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