नक्सली मिलिंद के लैटर में वरवर राव को बताया था फंड इकट्ठा करने वाला

मुंबई। नक्सली संबंधों के चलते पुलिस ने मंगलवार को 5 लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि विपक्ष इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों को निर्दोष बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। ऐसे में एक लेटर सामने आया है, जिसमें नक्सली मिलिंद ने वरवर राव का जिक्र किया है। बताया जा रहा है कि इसी लेटर के मिलने के बाद पुलिस वरवर राव पर नजर बनाए हुए थी और अब गिरफ्तार किया है।
इस लेटर से साफ हैं कि वरवर राव फंड इकट्ठा करने में अहम भूमिका निभाता था। यह लेटर पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें कॉम्रेड मिलिंद ने अन्य नक्सलियों को संबोधित करते हुए एक लेटर लिखा है और दिसंबर महीने में एक बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद लोगों को बधाई दे रहा है। इस लेटर में गिरफ्तार किए गए आरोपी सुरेंद्र गडलिंग का भी नाम है और लेटर के मुताबिक हमले से पहले सुरेंद्र गदकिंग ने नक्सलियों का मार्गदर्शन किया था और उसी आधार पर हमला हुआ। इस लेटर को मिलने के बाद ही पुलिस ने सुरेंद्र गडलिंग को गिरफ्तारी किया था।
पुलिस वरवर राव के ज़रिए उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जो लोग फंड इकट्ठा करने में इनकी मदद किया करते थे। हालांकि इनके बारे में अभी पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है। वहीं इससे पहले खबर आई थी कि भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस को गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों के बारे में अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस को करीब 25 से 30 टीबी डेटा मिला है, जिससे जानकारी एकट्ठा की जा रही है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक वरवर राव अर्बन नक्सल का थिंक टैंक था। जांच के बाद सामने आया है कि यह महज भीमा कोरेगांव का लिंक नहीं, बल्कि देश में बड़ी साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग थी।
जानकारी के अनुसार, तकरीबन 35 यूनिवर्सिटीज और कॉलेज के नए युवा बच्चों को टारगेट किया गया, जो नक्सली विचारधारा से मेल खाते हैं और इनकी मूवमेंट को आगे ले जा सके। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जाना था। पुलिस को जानकारी मिली वरनरा राव अर्बन नक्सल का मेन थिंक टैंक और मेन फायनेंसर था। जबकि गौतम लाखवां नक्सल अतिवादी कश्मीर के साथ कॉर्डिनेट करता था। इसी के साथ सुधा भारद्वाज और अरुण फरेरा लीगल असिस्टेंस का काम करते थे।
पुलिस को ई-मेल अदलाबदली के कारण जून में गिरफ्तार 5 आरोपियों और अभी के 5 आरोपी के बीच सबूत मिले हैं। हालांकि भीमा कोरेगांव का मास्टर माइंड कौन था यह ग्राउंड जीरो पर जांच करनी बाकी है। मंगलवार को गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों की गिरफ्तारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश अभी नहीं पाई गई है। यह भी बताया जा रहा है कि सीएम को रेड से पहले जानकारी दी गई थी। अब पुलिस उन स्टूडेंट्स से पूछताछ करेगी जिनको इन लोगों ने संपर्क किया था।

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