नई दिल्ली। एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस संघ पर आए दिन निशाना साधते रहती है। वहीं संघ ने दिल्ली के विज्ञान भवन में 17 से 19 सितंबर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत 3,000 लोगों को अपने इस कार्यक्रम में शामिल होने और अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया है। जानकारी के मुताबिक संघ ने राहुल गांधी के साथ-साथ बीएसपी अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सहित विपक्ष के कई बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है।
बताया जा रहा है कि संघ के इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए देश भर की करीब 3,000 हस्तियां हिस्सा लेंगी। इन लोगों में बताया जा रहा है कि संघ प्रमुख इस कार्यक्रम में इन सभी लोगों से संवाद करेंगे और संघ के बारे में उनका पक्ष भी जानने की कोशिश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस ने न्योता भेजने के लिए उन लोगों की सूची तैयार की है, जो पहले भी संघ के किसी कार्यक्रम का हिस्सा रह चुके हैं। संघ का कहना है कि उसने इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी विचारधारा से परिचित कराया जा सके। संघ के एक सीनियर लीडर ने कहा, ‘हम आमंत्रित लोगों की पहचान उजागर नहीं कर रहे हैं ताकि किसी के कार्यक्रम में न आने पर उन्हें लेकर कोई विवाद न हो सके। अब तक मिले फीडबैक के मुताबिक संघ प्रमुख के कार्यक्रम में ज्यादातर आमंत्रित लोगों ने उपस्थित रहने की बात कही है।’ आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी। लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि आरएसएस भारत के हर संस्थान पर कब्जा कर देश के स्वरूप को ही बदलना चाहता है। राहुल गांधी ने लंदन में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्ट्रेटजिक स्टडीज (आईआईएसएस) के एक कार्यक्रम में ये बातें कहीं थी।
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