नई दिल्ली। पाकिस्तान के नए नवेले प्रधानमंत्री बने इमरान खान ने भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर बातचीत की पेशकश की है। उन्होंने अपने खत में लिखा है कि भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के दौरान बातचीत हो। इमरान खान का यह पत्र प्रधानमंत्री मोदी के उस संवाद के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच सार्थक और रचनात्मक जुड़ाव की बात कही थी। वहीं प्रधानमंत्री ने यह बात इमरान खान की जीत के बाद दिए भाषण के बाद कही थी जिसमें इमरान बोले थे कि अगर भारत संबंधों को बेहतर करने के लिए कदम बढ़ाता है तो पाकिस्तान दो कदम बढ़ाएगा।
दोनों देशों के बीच बातचीत की संभावना की चर्चा इमरान खान के पीएम मोदी को 14 सितंबर को लिखे लेटर से शुरू हुई. इमरान खान ने पीएम मोदी के बधाई संदेश के जवाब में यह लेटर लिखा था। हालांकि, भारत का रुख साफ है कि ‘आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं हो सकती।’
आपको बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के इतर दक्षेस देशों के विदेश मंत्रियों की परिषद की अनौपचारिक बैठक में भाग ले सकती हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सुषमा और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच न्यूयॉर्क में बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका कार्यक्रम तय करने पर काम चल रहा है।
पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा था कि न्यूयॉर्क में कुरैशी और सुषमा के बीच द्विपक्षीय बैठक के लिए भारत से ‘बातचीत’ की जा रही है। साल 2015 के बाद से दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता नहीं हुई है। गौरतलब है कि भारत के साथ तनाव को कम करने के लिए, पाकिस्तान ने इस महीने के शुरू में अमेरिकी सहायता मांगी थी और कहा था कि अफगानिस्तान के साथ पश्चिमी सीमा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पूर्वी सीमा पर शांति चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की यात्रा के दौरान, कुरैशी ने मुद्दा उठाया था।
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