नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में एकबार फिर गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग भड़क गई है। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने भरी हुंकार भरते हुए चक्का जाम का ऐलान किया है। गुर्जर समुदाय के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेर सवाई माधोपुर में आंदोलन शुरू हो गया है। बयाना, सवाई माधोपुर, गंगानगर में ट्रेनों को आगे जाने से रोक दिया गया है। मुंबई जा रही गरीब रथ को भरतपुर के पास रोककर वापस मथुरा लाया जा रहा है। 8 जिलों में राजस्थान सशस्त्र बल की 17 कंपनियों रेल पटरियों की सुरक्षा में तैनात किया गया है। भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा और टोंक में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यूपी और एमपी से सुरक्षा बल बुलवाया, स्टेशन और पटरियों पर सुरक्षा के इंतजाम। 8 जिलों में राजस्थान सशस्त्र बल की 17 कंपनियों रेल पटरियों की सुरक्षा में तैनात किया गया है। उधर, सवाई माधोपुर में महापंचायत के बाद भीड़ के साथ मुंबई ट्रेक पर पहुंचे कर्नल बैंसला।
आंदोलन कर रहे गुर्जर समाज के सरकार से सभी प्रक्रिया पूरी कर बैकलाग के साथ 5 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे हैं। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का कहना है कि ‘हम पांच फीसदी आरक्षण चाहते हैं। सरकार ने हमारे अनुरोध पर कोई जवाब नहीं दिया। इसलिए, मैं अब आंदोलन करने जा रहा हूं। सरकार को देना चाहिए, मैं नहीं जानता वे कैसे देगी?’ साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस बारे में वादा किया था और अब हम कांग्रेस सरकार से सरकारी दस्तावेज बन चुके घोषणा पत्र के वादे को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।’
गुर्जर समाज सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिये गुर्जर, रायका-रेबारी, गडिया लुहार, बंजारा और गडरिया समाज के लोगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है। वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के अतिरिक्त 50 प्रतिशत की कानूनी सीमा में गुर्जर को अति पिछड़ा श्रेणी के तहत अलग से एक फीसदी आरक्षण मिल रहा है।
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