नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान कुछ ही देर में वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिए रिहा करेगा। उनके स्वागत के लिए वाघा बॉर्डर पर काफी लोग पहुंच चुके हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि विंग कमांडर अभिनंदन को फिर से फाइटर जेट उड़ाने में कितना समय लग सकता है? वायुसेना के नियमों के मुताबिक पहले उन्हें कुछ टेस्ट से गुजरना होगा, उसके बाद ही वह फिर से फाइटर जेट उड़ा पाएंगे। इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम तीन महीने या उससे ज़्यादा का समय लग सकता है।
विमान उड़ाने के दौरान होने वाले किसी भी हादसे के बाद जब कोई पायलट वापस ड्यूटी पर लौटता है, तो वायुसेना के नियमों के मुताबिक उसका पूरा मेडिकल चेकअप होता है। सबसे पहले सुनिश्चित किया जाता है की किसी तरह की गंभीर चोट तो नहीं लगी है। क्योंकि हादसे की स्थिति में विमान से बाहर निकलते समय रीढ़ की हड्डी में चोट लगने का ख़तरा सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में अगर पायलट मेडिकल फिटनेस के जरिए जेट उड़ाने के लिए तय नियमों खरा नहीं उतरता तो उसे फाइटर उड़ाने की अनुमति नहीं दी जाती। अगर मानक पूरे नहीं होते तो पायलट को किसी दूसरे विमान पर शिफ्ट किया जाता है।
भारत में सभी लोग देश के वीर जवान को वापस आने का इंतजार कर रहे हैं। अभिनंदन के माता-पिता भी उन्हें लेने वाघा बॉर्डर पहुंच रहे हैं। विंग कमांडर अभिनंदन के माता-पिता जैसे ही चेन्नई से दिल्ली जाने वाले विमान में चढ़े तो विमान के सभी यात्री खड़े हो गए और उन्होंने तालियों के साथ उनका स्वागत किया। बता दें कि पायलट अभिनंदन बाघा बॉर्डर पहुंच गए गए हैं।
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