नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री पद के लिए उपयुक्त नेता बताया। अखिलेश ने कहा कि यह काफी अच्छा होगा अगर नेताजी को ये सम्मान मिले।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व रक्षा मंत्री अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो अखिलेश ने जवाब दिया कि यह अच्छा होगा अगर नेताजी को यह सम्मान (पीएम बनने का) मिले, लेकिन मुझे लगता है कि शायद वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं।
अखिलेश ने पहले यह संकेत दिया था कि बसपा सुप्रीमो और गठबंधन में उनकी सहयोगी मायावती के लिए यह पद छोड़ देंगे. साथ ही उन्होंने यह कहा था कि गठबंधन ही देश को अगला प्रधानमंत्री देगा।
मायावती भी अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को लेकर भी मुखर रही हैं. पिछले महीने चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद, उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री बनने के लिए सांसद बनना आवश्यक नहीं है. प्रधानमंत्री पद लिए उनकी महत्वाकांक्षाओं का पिछले कुछ समय से अखिलेश भी समर्थन कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा भी था कि अगर अगला पीएम यूपी से होता है तो उनसे ज्यादा खुश कोई नहीं होगा। अखिलेश से यह सवाल पूछे जाने पर कि अगर भाजपा सत्ता में नहीं आती है तो देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि- कई राज्यों में गठबंधन के विकल्प हैं लेकिन भाजपा के पास कोई अन्य नेता नहीं है. हमारा गठबंधन भारत को एक नया प्रधानमंत्री देना चाहता है. मेरी पार्टी पीएम के बारे में तब फैसला करेगी जब अंतिम सीट की गिनती भी खत्म हो जाएगी.
अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के सवाल पर, 45 साल के अखिलेश यादव ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी पार्टी केंद्र में नई सरकार में योगदान करे और यह स्पष्ट करे कि वह विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो 2022 में होने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं यूपी के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे हमारे रुके हुए कामों को आगे बढ़ाने के लिए हमें एक और मौका दें.’
अखिलेश ने कहा कि हालांकि, मैं लोकसभा में सपा के सांसदों की संख्या बढ़ाना चाहता हूं. मैं उन लोगों में शामिल होना चाहता हूं जो एक नया प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं. मैं चाहता हूं कि यूपी अगली सरकार बनाने में योगदान दे.
अलग-अलग पार्टी लाइनों के विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को चुनने के लिए अपनी राय रखी है. उन्होंने अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर कोई घोषणा करने से परहेज करते हुए कहा कि चुनाव के बाद ही महागठबंधन के शीर्ष पद के दावेदार की घोषणा की जाएगी.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को कहा, ‘चुनाव के बाद विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे कि कौन प्रधानमंत्री होगा,’ आगे स्पष्ट करते हुए कि वह इस पद के लिए इच्छुक नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मतदान 3 शेष चरणों में होना है, उसके बाद हम चर्चा करेंगे.’
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