12 मई को दिल्ली में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में दिल्ली के लोगों के लिए जरूरी हो जाता है कि वह दिल्ली की सातों सीटों के उम्मीदवारों के बारे में जानें। यही वजह है कि हम दिल्ली की सातों सीटों पर खड़े हुए तीनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के बारे में आपको अपनी इस स्टोरी में जानकारी दे रहे हैं। जानिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा ने किन उम्मीदवारों को दिल्ली सात सीटों से उतारा है। उनकी खासियत से लेकर उनकी संपत्ति व क्वालिफिकेशन सबकुछ जानिए आगे की स्लाइड्स में…
सीट आप कांग्रेस भाजपा
नई दिल्ली बृजेश गोयल अजय माकन मीनाक्षी लेखी
चांदनी चौक पंकज गुप्ता जेपी अग्रवाल डॉ. हर्षवर्धन
पूर्वी दिल्ली आतिशी अरविंदर सिंह लवली गौतम गंभीर
पश्चिमी दिल्ली बलबीर सिंह जाखड़ महाबल मिश्रा प्रवेश वर्मा
उत्तर पूर्वी दिल्ली दिलीप पांडेय शीला दीक्षित मनोज तिवारी
दक्षिणी दिल्ली राघव चड्ढा विजेंद्र सिंह रमेश बिधूड़ी
उत्तर-पश्चिम(सुरक्षित) गुग्गन सिंह राजेश लिलोठिया हंस राज हंस
नई दिल्ली सीट
नई दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार
बृजेश गोयल- बृजेश गोयल को कुछ समय पूर्व आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली का लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया था, अब पार्टी ने 2019 चुनाव के लिए उन्हें वहीं से टिकट दे दिया है।
नई दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार
अजय माकन- लगातार तीन बार दिल्ली से विधायक बनने वाले अजय माकन दिल्ली सरकार में मंत्री भी रहे हैं। 2004 व 2009 में लगातार दो बार लोकसभा सांसद बने और केंद्रीय मंत्रिमंडल का भी हिस्सा बने। वे राहुल गांधी का बेहद करीबी माने जाते हैं। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में सर्विस क्लास के वोटरों में माकन की पकड़ मानी जाती है।
अजय माकन के पास दो कारें
नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी भी करोड़ों के मालिक है। विटारा, बलिनो कार के साथ ही उनके पास अचल संपत्ति 11 करोड़ रुपये की हे। उनकी पत्नी के पास 80 लाख रुपये है। चल संपत्ति माकन के पास 3.62 करोड़ व पत्नी के पास 1.26 करोड़ रुपये है।
नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार
मीनाक्षी लेखी- 51 वर्षीय मीनाक्षी लेखी पेशे से एक वकील भी हैं। साल 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव में मीनाक्षी लेखी को मौका मिला और करीब 2.7 लाख वोट के अंतर से उन्होंने जीत हासिल की थी। इन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी और नई दिल्ली से दो बार के सांसद रहे अजय माकन को हराया था। सांसद बनने के एक साल के भीतर मीनाक्षी लेखी कुल सांसद निधि का 50 फीसदी यानी ढाई करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च कर चुकी थीं, जोकि दिल्ली के अन्य सांसदों की तुलना में सर्वाधिक था। इनके ससुर प्राणनाथ लेखी और पति अमन लेखी देश के नामचीन वकीलों में हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मानहानि की शिकायत दायर करने पर मीनाक्षी लेखी सियासी चर्चाओं में भी रहीं। सदन में भी इनकी करीब 95 फीसदी हाजिरी पांच वर्षों के दौरान देखने को मिली है। अब नई दिल्ली से दोबारा पार्टी ने इन पर भरोसा जताया है।
चांदनी चौक सीट
चांदनी चौक सीट से आप उम्मीदवार
पंकज गुप्ता- पंकज गुप्ता जिन्हें आम आदमी पार्टी चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव का टिकट दे रही है वह पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं। यह उनका दूसरा कार्यकाल है। इसके साथ ही वह पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। आम आदमी पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक पंकज गुप्ता कई सॉफ्टवेयर कंपनियों में 25 साल तक सेवाएं दे चुके हैं। 25 साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए नौकरी छोड़ दी। पंकज गुप्ता जन लोकपाल आंदोलन के समय से ही टीम के साथ हैं और फिर पार्टी में जुड़ गए थे। पंकज गुप्ता ने मोतीलाल नेहरू रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज इलाहाबाद से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है।
चल और अचल संपत्ति के मालिक पंकज गुप्ता करोड़पति
चांदनी चौक से आप प्रत्याशी पंकज गुप्ता करोड़पति हैं। पंकज गुप्ता के पास 5.94 करोड़ रुपये व उनकी पत्नी के पास 5.46 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। जबकि दोनों के पास फरीदाबाद व गुरूग्राम में दो-दो फ्लैट हैं। इनकी कीमत 4.50-4.50 करोड़ रुपये बैठती है। पंकज गुप्ता के ऊपर किसी की देनादारी नहीं है और उनकी पत्नी पर 47.93 लाख रुपये का कर्ज है।
चांदनी चौक सीट से कांग्रेस उम्मीदवार
जेपी अग्रवाल- 1973 में यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से राजनीति में कदम रखे। 1984 में पहली बार चांदनी चौक लोकसभा से सांसद बने। 1989, 1996 लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की। अग्रवाल कुल चार बार लोकसभा सांसद रहे हैं। 2007 में उन्होंने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस पद की जिम्मेदारी भी संभाली। हालांकि, 2014 में वो मोदी लहर में उत्तर पूर्व सीट से हार गए थे। पार्टी ने इस बार उन्हें पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की जगह चांदनी चौक से उतारा है।
चांदनी चौक सीट से भाजपा उम्मीदवार
डॉ. हर्षवर्धन- चांदनी चौक से प्रत्याशी डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली राज्य से लेकर केंद्र तक कई अहम जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। इन्हें दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गिना जाता है। साथ ही कहा जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और दिल्ली के कारोबारियों के बीच इनकी एक बेहतर छवि है। चार बार दिल्ली में विधायक रहे हर्षवर्धन 1993 में पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर सीट पर पहली बार विधायक बने थे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा वे 2013 के विधानसभा चुनाव में सीएम के दावेदारों में से एक थे। 2014 में चांदनी चौक सीट पर आप के आशुतोष और कांग्रेस के कपिल सिब्बल को पराजित करने के बाद 64 वर्षीय हर्षवर्धन मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। बाद में इन्हें विज्ञान, पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। दिल्ली विधानसभा के इतिहास में डॉ. हर्षवर्धन कभी नहीं हारे हैं। 1954 में जन्मे डॉ. हर्षवर्धन कान, नाक और गले के पेशे से डॉक्टर भी हैं।
पूर्वी दिल्ली सीट
पूर्वी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार
आतिशी- आम आदमी पार्टी अपने चार साल के कार्यकाल में जिन उपलब्धियों को सबसे ज्यादा बार गिनाती रही है उनमें शिक्षा का क्षेत्र सबसे ऊपर है और इसका बहुत बड़ा श्रेय आतिशी को जाता है। इनके काम को देखते हुए पार्टी ने इन्हें पूर्वी दिल्ली का चुनावी प्रभारी बनाया था और अब उन्हें वहीं से लोकसभा चुनाव में उतार रही है। आतिशी पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य होने के साथ ही दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री की सलाहकार भी रह चुकी हैं।
आतिशी पढ़ी-लिखी हैं और यही वजह है कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई वहीं सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बैचलर डिग्री प्रथम स्थान लाकर प्राप्त की। फिर वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं और स्कॉलरशिप लेकर मास्टर की डिग्री ली। कुछ साल बाद उन्होंने रोड्स स्कॉलशिप लेकर ऑक्सफोर्ड से ही एक और मास्टर डिग्री ली। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी का मेनिफेस्टो तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
आतिशी मारलेना के पास 60 लाख से ज्यादा
पूर्वी दिल्ली से आप प्रत्याशी आतिशी मारलेना ने चुनाव प्रचार शुरू करते वक्त अपने नाम से मारलेना हटा लिया था, लेकिन हलफनामे में पूरा नाम दर्ज है। आतिशी के पास कोई अचल संपत्ति नहीं है। लेकिन अलग-अलग बैंकों ने उन्होंने 60 लाख रुपये से ज्यादा जमा किए हैं। आतिशी 60.04 लाख व उनके जीवन साथी के पास 60.08 लाख रुपये बैंक बैलेंश हैं। आतिशी के ऊपर कोई देनादारी भी नहीं है। आतिशी के ऊपर एक आपराधिक मामला भी चल रहा है।
पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार
अरविंदर सिंह लवली- दिल्ली की राजनीति में लवली का बेहतर तजुर्बा है। छात्र राजनीति से लवली 1998 से 2013 तक लगातार विधायक बने और शीला दीक्षित सरकार में मंत्री पद पर रहे। वे प्रदेश इकाई में अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। हालांकि, बीच में उन्होंने पार्टी से बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे। बाद में राहुल गांधी ने उनकी घर वापसी कराई और प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया।
पत्नी से गरीब हैं लवली
पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट के कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह लवली पत्नी से गरीब है। उनके खाते में चल संपत्ति महज 30 लाख रुपया है तो उनकी पत्नी के पास 2.84 करोड़ रुपये है। अचल संपत्ति भी लवली के पास 30 लाख रुपये के ही करीब है तो उनकी पत्नी के पास 1.5 करोड़ रुपये है।
पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार
गौतम गंभीर- हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट को लेकर चर्चाओं में रहने के बाद क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ थामा ही था कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें राजनीतिक पारी खेलने के लिए चुनावी पिच तैयार कर दी। गौतम गंभीर पहली बार सियासी पारी की ओपनिंग करने जा रहे हैं। क्रिकेट जगत में कई अहम रिकॉर्ड बनाने वाले गौतम गंभीर के पास उनके प्रशंसकों की तादाद ही उनकी बड़ी चुनावी मजबूती बनकर उभर सकती है। 2008 में भारत सरकार इन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुकी है। 37 वर्षीय बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के सामने कांग्रेस के अरविंद सिंह लवली और आप की आतिशी हैं। इसी के साथ ही राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली की कुछ सीटों पर रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है इनमें से एक सीट है पूर्वी दिल्ली।
पश्चिमी दिल्ली सीट
पश्चिमी दिल्ली सीट से आप उम्मीदवार
बलबीर सिंह जाखड़- आप के बलबीर सिंह जाखड़ ने पश्चिमी दिल्ली से नामांकन किया। वह आप के एक मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
पश्चिमी दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार
महाबल मिश्रा- दिल्ली एमसीडी से महाबल मिश्रा ने राजनीतिक सफर शुरू किया। पार्षद के बाद नसीरपुर विधानसभा से विधायक बनकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्वांचल का चेहरा बन गए। महाबल को दिल्ली का लालू यादव भी कहा जाता है। 2009 में वे पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर में उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा।
करोड़पति है महाबल मिश्रा
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी महाबल मिश्रा चल व अचल संपत्ति के मामले में करोड़पति है। हालांकि अपनी पत्नी से गरीब हैं। महाबल मिश्रा के पास चल संपत्ति 3.54 करोड़ रुपये है तो उनकी पत्नी के पास 5.74 करोड़ रुपये है। अचल संपत्ति महाबल के नाम 14.72 करोड़ रुपये की है। उनकी पत्नी के पास अचल संपत्ति 21 करोड़ रुपये की है। महाबल एक फॉच्यूनर व एक पजेरो कार के भी मालिक है।
पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार
प्रवेश वर्मा- प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राजनीति इन्हें विरासत में मिली है। बताया जाता है कि 2009 में भाजपा ने उम्र और कम अनुभव होने के कारण मौका नहीं दिया था। 41 वर्षीय प्रवेश वर्मा ने 2014 में दिल्ली की सभी सीटों में पार्टी को सबसे बड़ी जीत दिलाई थी। करीब 2.5 लाख वोटों से इन्होंने आप के जरनैल सिंह को हराया था। बाहरी दिल्ली के जाट बहुल ग्रामीण इलाकों में प्रवेश वर्मा की मजबूत पकड़ बताई जाती है।
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