प्रयागराजः लोकसभा प्रत्याशी संजीत पटेल का यमुना में मिली लाश, हत्या की आशंका

लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी अजीत पटेल के छोटे भाई संजीत पटेल की सोमवार शाम नए पुल के यमुना में लाश पाई गई। संजीत पटेल 12 मार्च को दोपहर में 12 बजे तक अपने गांव के पोलिंग बूथ पर देखा गया था। उसने मतदान भी किया था। उसके बाद से लापता है। जेल रोड पुलिस चौकी इंचार्ज बृजनंदन राय ने यमुना से लाश निकलवाकर उसकी शिनाख्त कराई और पंचनामा करके पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। अभी उसकी बाइक एवं मोबाइल गायब है। परिवार के लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं। हालांकि पुलिस आत्महत्या और हत्या दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

नैनी कोतवाली क्षेत्र के तिगनौता डांडी गांव निवासी अजीत पटेल इस बार इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से प्रगतिशील समाजवादी पाटी जिसके अध्यक्ष इं. सुनील कुशवाहा है से प्रत्याशी था। अजीत के अनुसार उसे चुनाव निशान हेलमेट मिला था। परिजनों के अनुसार तीन भाइयों सबसे छोटा भाई संजीत पटेल (27) पुत्र रामाधार पटेल भाई को चुनाव लड़ाने में महीनों से लगा हुआ था। वोटिंग के दिन 12 बजे दोपहर तक वह तिगनौता पोलिंग बूथ पर देखा गया था। वहां से वह डांडी ग्रामीण बैंक पर गया था। जहां अपने दोस्तों के साथ तीन बजे तक था। उसके बाद अचानक लापता हो गया।

मतदान की वजह से देर शाम तक किसी ने ध्यान भी नहीं दिया। जब काफी रात हो गई तो परिवार के लोग उसका मोबाइल मिलाने लगे, उसका मोबाइल भी नहीं मिला। रात भर परिवार के लोग परेशान रहे। सुबह से उसकी खोजबीन की जा रही थी लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल रहा था। शाम को पांच बजे के करीब नैनी पुलिस को सूचना मिली कि नए पुल के समीप यमुना में एक लाश उतरा रही है। पुलिस वाले मौके पर पहुंचे और नाव  के जरिए लाश तक पहुंचे। वहां से लाश बाहर लेकर आए और उसकी तलाशी ली तो जेब में आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड के जरिए ही उसकी पहचान हो पाई और परिजनों को सूचित किया गया। पता चलने पर घरवाले पहुंचे और बताया कि उसकी बाइक और मोबाइल अभी भी गायब है। घरवाले हत्या की आशंका जता रहे हैं लेकिन हत्या किसने की, इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं।

संजीत पटेल पहले नैनी स्थित एक बाइक एजेंसी में मैकेनिक का काम करता था। उसके सबसे बड़े भाई अजय कुमार पटेल अपना काम धंधा करते हैं। बाद में संजीत ने नौकरी छोड़कर गिट्ठी की ठेकेदारी करने लगा था। भाई अजीत पटेल ने बताया कि इस समय वह दो ट्रके चलवाता था, जो मेजा के भटौती से गिट्टी लादकर गोंडा बहराईच जाते थे। गोंडा में उसका किसी पार्टी को एक लाख रुपये देना था, जिसको लेकर एक हफ्ते पहले उसकी 12 चक्का ट्रक गोंडा में खड़ी करा ली गई थी। बाद में अजीत के हस्तक्षेप से गाड़ी छोड़ी गई थी। उस समय संजीत ने भाई से एक लाख रुपये मांगा था लेकिन आचार संहिता लगी होने की वजह से संजीत ने मना कर दिया था। अजीत के अनुसार वह काफी होनहार था। घर में उसकी शादी की योजना बन रही थी, कि अचानक मौत की खबर आ गई। जिसे सुनकर मां देवकली बेहोश होकर पड़ी। परिवार में कोहराम मच गया।

अजीत ने बताया कि रविवार को मतदान के दौरान तिगनौता पोलिंग बूथ संख्या 34 पर था, जहां पर एक एजेंट से उसका विवाद हो गया था। जिसे लेकर हंगामा हुआ था। इस प्रकरण की सूचना एसएसपी और डीएम को दी गई थी। उसके बाद वह घर गया था और वहां से खाना खाने के बाद वोट डालने के लिए करीब 11 बजे निकला था। अभी उसका मोबाइल व अपाचे बाइक नहीं मिली है। अजीत एवं अजय के अनुसार हत्या की आंशका है लेकिन किसने की, यह तो जांच का विषय है। फिलहाल अज्ञात में तहरीर दी गई है। अजीत ने  बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कही है। अजीत का दावा है कि अगर उसके मोबाइल की काल डिटेल्स निकाली जाय तो यह पता चल जाएगा कि आखिरी बार उसकी किससे बात हुई थी। उसी से सारा राज खुल जाएगा।
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