मथुरा। सोमवार को मथुरा में हुई ढाई लाख की लूट को कोतवाली पुलिस पी गई है। दिनदहाड़े की वारदात को केवल धोखाधड़ी में दर्ज कर केस का अल्पीकरण कर दिया गया। लोगों का कहना है कि इससे अपराधियों को फायदा मिलता है। जब बदमाश सरे बाजार घुंघरू व्यापारी को लूट रहे हैं तो यह भला धोखाधड़ी का केस कैसे हो गया। खास बात यह है कि पुलिस के इस खेल पर आला अधिकारी भी चुप्पी साधे हैं। हाथरस सादाबाद के गढ़ी अंता निवासी तुलसी घुंघरू व्यापारी हैं। सोमवार की दोपहर को बदमाशों ने घुंघरू व्यापारी से ढाई लाख का कैश छीन लिया था। बदमाशों ने खुद को पुलिस वाला बताकर घुंघरू व्यापारी को भार्गव गली के पास रोका था। कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि उसके पास तमंचा है। चेकिंग के नाम पर कैश लूटा और दो बाइक पर सवार होकर चारों बदमाश भाग गए। बीच बाजार में हुई इस घटना ने पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए थे। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। लेकिन अधिकारियों ने इस वारदात के खुलासे पर कम घटना के अल्पीकरण पर ज्यादा ध्यान दिया। कोतवाली पुलिस ने लूट का मुकदमा न लिखकर धोखाधड़ी का केस बना दिया। कहा कि दो लोगों ने व्यापारी के साथ धोखाधड़ी करके ढाई लाख का कैश लूट लिया है। वहीं कोतवाली प्रभारी केके तिवारी ने इसे लूट की घटना मानने से ही इनकार किया है। कहा कि धोखाधड़ी हुई थी और धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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