हंसी-मजाक में पहले युवती के दोनों हाथ बांधे फिर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव कुएं में फेंक कर झाड़ी व मिट्टी डालकर उसे पाटने का प्रयास भी किया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो यह बातें उजागर हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी व मृतका के बीच दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
इस बीच जब युवक का विवाह तय हुआ तो युवती उसमें रोड़ा बनी हुई थी इसके चलते उसने यह वारदात की है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेजा गया है। वहीं मृतका के पिता ने पुलिस समय पर कार्रवाई न आरोप लगाया है। घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए तीन थानों की पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है।
कुर्सी थाना क्षेत्र के ग्राम नहोई मजरे बहरौली निवासी रामदास की पुत्री सुभाषनी(ी21) लखनऊ के एक निजी अस्पताल में नर्स थी। युवती 21 अप्रैल को घर से लखनऊ के लिए निकली थी। इसके बाद सात बजे रात में अपने पिता को फोन किया कि वह कुर्सी आ चुकी है।
जब पिता कुर्सी उसे लेने पहुंचा तो वहां पर युवती नहीं मिली। काफी खोजबीन की लेकिन उसका कुछ नहीं पता चल सका। इसके बाद 23 अप्रैल को पिता थाने पहुंचा पुलिस ने उल्टे उसी पर आरोप लगाया कि उसके द्वारा पुत्री सुभाषनी का उत्पीड़न किया जा रहा है।
उस समय पुलिस ने पिता की एक भी न सुनी और वापस कर दिया। रामदास तीन मई को फिर थाने गया तो तहरीर पुलिस ने तहरीर ले ली। एएसपी उत्तरी आरएस गौतम ने बताया कि जब मोबाइल नंबर को ट्रैस किया गया तो उसका लोकेशन गांव में ही बता रहा था।
गांव में पूछताछ के आधार पर 13 मई को आरोपी नसीम को पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने सारा जुर्म कबूल किया। आरोपी नसीम ने बताया कि दो वर्षों से उसका युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था,उसका विवाह तय हो गया था लेकिन युवती इसमें रोड़ा बन रही थी।
इसके चलते 21 अप्रैल को आरोपी नसीम युवती को लेकर लखनऊ गया था उसके बाद वापस आकर उसकी गांव के बाहर गला दबाकर हत्या करने के बाद शव कुएं में फेंक दिया। इसके बाद 24 अप्रैल को नसीम का निकाह हुआ था।
पिता ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
मृतका के पिता का कहना है कि उनकी पुत्री जब लापता हुई तो वह आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के चक्कर काटने लगा। बताया जा रहा है कि तीन मई को जब फिर थाने गया तो पुलिस ने पीड़ित की सुनी लेकिन नामजद तहरीर को फाड़कर फेंक दिया गया, दूसरी तहरीर लिखाकर गुमशुदगी दर्ज की।
पिता गुहार लगा रहा था कि गांव के नसीम ने ही उसकी पुत्री को गायब किया है लेकिन पुलिस ने इसे अनसुना कर दिया। पिता रामदास ने बताया कि यदि पुलिस सुनवाई कर लेती तो हमे न्याय पहले ही मिल जाता।
चुनाव होने की वजह से पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। पुलिस कार्रवाई में देरी से लोगों में आक्रोश है, इसको लेकर गांव में कुर्सी, बड्डूपुर, घुंघटेर थाने की पुलिस बल तैनात है।
पुलिस को गुमराह कर रहा था नसीम
आरोपी ने युवती की हत्या करने के बाद उसके फोन का भी इस्तेमाल किया। एएसपी आरएस गौतम ने बताया कि हत्या वाले दिन ही युवती के मोबाइल फोन से आरोपी ने पहले 1090 पर लड़की की आवाज बनाकर फोन कर बताया कि युवती के पिता उसको परेशान कर रहे है और उसकी हत्या करना चाहते है।
इसके बाद सात मई को आरोपी ने एक बार फिर युवती का फोन इस्तेमाल कर 100 नंबर पर पुलिस को फोन कर उसके पिता पर परेशान करता रहा। आरोपी के पास से युवती का मोबाइल फोन भी पुलिस ने बरामद किया है। एएसपी का कहना है कि पुलिस में कार्रवाई में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की है।
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