नई दिल्ली। एग्जिट पोल के नतीजों के बाद से महागठबंधन दलों के नेताओं की बैचेनी साफ नजर आ रही है। मंगलवार को ये बेचैनी तब दिखी जब महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने लोगों से हिंसक अपील कर डाली. उन्होंने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए साफ कहा कि ‘पहले बूथ लूट और अब रिजल्ट लूट’ की तैयारी चल रही है। अगर रिजल्ट लूट की घटना हुई तो महागठबंधन के नेताओं से आग्रह है कि हथियार भी उठाना हो तो उठा लें।
कुशवाहा यहीं नहीं रुके. उन्होंने खुलेआम चेतावनी देते हुए कहा कि जनता का आक्रोश बहुत खतरनाक है. सड़क पर खून तक बह सकता है. जिला प्रशासन सतर्क रहे. ऐसा होता है तो इसके लिए एनडीए के शीर्ष नेता जिम्मेवार होंगे।
लोगों से की यह अपील
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, ‘हम लोगों से अपील करेंगे कि वे धैर्य और संयम रखें, क्योंकि एग्जिट पोल प्लांटेड है। जनता सब समझ गई है। सत्ता में आने के लिए षडयंत्र रचा जा रहा है. एग्जिट पोल का धरातल से कोई मतलब नहीं है और हम एग्जिट पोल को सिरे से नकारते हैं।’
वहीं, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि लोग इस मुगालते में हैं कि किसी भी तरह से सत्ता पर काबिज हुआ जाए। जनता में इनके प्रति बहुत आक्रोश है. एग्जिट पोल के जरिये देश में भ्रम फैलाया जा रहा है. मनोवैज्ञानिक तौर पर असर डालने की कोशिश हो रही है.
बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामचन्द्र पूर्वे, उपेन्द्र कुशवाहा, मदन मोहन झा, मुकेश सहनी और आलोक मेहता मौजूद थे. हालांकि, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी नहीं आए, लेकिन उनकी पार्टी के नेता-प्रवक्ता जरूर मौजूद रहे।
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