Salman Khan को भी नहीं पता था, ये क़िस्मत बदल देगी, लगा कामयाबी पर ब्रेक

मुंबई। Box Office Collections of Salman Khan’s Films on Eid ईद का मतलब सलमान ख़ान और सलमान ख़ान का मतलब बॉक्स ऑफ़िस पर ईद। ट्यूबलाइट और रेस 3 को अगर छोड़ दें तो ईद पर सलमान ख़ान का ट्रैक रिकॉर्ड ज़बर्दस्त रहा है। पिछली दो ईद पर दर्शकों ने भले ही सलमान को मनमाफ़िक ईदी ना दी हो, मगर ईद पर भाईजान की फ़िल्म आ रही हो तो सिनेप्रेमियों के साथ ट्रेड को भी उत्सुकता रहती है। इस बार 5 जून को भारत (Bharat) आ रही है।

‘भारत’ की रिलीज़ से पहले आइए आपको बताते हैं कि ईद (Eid) के त्योहार से सलमान की फ़िल्मों और बॉक्स ऑफ़िस का रिश्ता आख़िर जुड़ा कैसे? इसके लिए आपको 10 साल पीछे 2009 में लिये चलते हैं। यह वो साल है, जब सलमान के करियर में टर्निंग प्वाइंट आया और वो बॉलीवुड के मोस्ट वांटेड ख़ान कहे जाने लगे थे। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ईद पर सलमान की फ़िल्मों को रिलीज़ करना निर्माताओं की सोची-समझी चाल नहीं थी, बल्कि एक इत्तेफ़ाक़ था, जिसकी शुरुआत 2009 में आयी सुपर हिटी फ़िल्म वांटेड (Wanted) से हुई थी। तब तक सलमान को भी नहीं पता था कि ईद का त्योहार उनके करियर के लिए इतना अहम होने वाला है।

ईद पर Wanted की रिलीज़ महज़ एक संयोग

वांटेड ईद पर रिलीज़ के लिए स्लेटेड नहीं थी। प्रोडक्शन में देरी होने की वजह से ‘वांटेड’ को ईद के मौक़े पर रिलीज़ किया गया था। 2009 में ईद का त्योहार 20 सितम्बर को मनाया गया था, जबकि वांटेड 18 सितम्बर को रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म ने 60 करोड़ जमा किये थे और उस दौरान ज़बर्दस्त हिट रही थी। बोनी कपूर ने वांटेड को प्रोड्यूस किया था।

वांटेड ने सलमान के नीचे गिरते करियर में जान फूंक दी थी। ‘वांटेड’ से पहले सलमान की ‘गॉड तुसी ग्रेट हो’, ‘हीरोज़’ और ‘युवराज’ फ्लॉप रही थीं। लगातार असफलताओं से जूझ रहे सलमान को नये स्टारडम की तरफ़ जाने का रास्ता मिल गया था। इसका श्रेय निर्देशक प्रभुदेवा को भी जाना चाहिए, जिन्होंने इसी फ़िल्म से हिंदी सिनेमा में बतौर निर्देशक करियर शुरू किया था।

वांटेड में आएशा टाकिया सलमान की लीडिंग लेडी बनीं, वहीं पिछले दिनों लोक सभा चुनाव में चर्चित रहे अभिनेता प्रकाश राज ने डॉन का नेगेटिव रोल निभाया था। प्रकाश राज इससे पहले भी हिंदी फ़िल्मों में काम कर चुके थे, मगर वांटेड के बाद हिंदी सिनेमा के दर्शक उन्हें पहचानने लगे थे।

Wanted के बाद सलमान की हुई हर ईद 

वांटेड की सफलता के बाद निर्माताओं को भी यह लगने लगा कि अगर वो सलमान के साथ अपनी फ़िल्म ईद पर रिलीज़ करेंगे तो सफलता की गारंटी होगी। इस विश्वास को सलमान ने 2016 तक बनाये रखा। सलमान जब-जब ईद पर आये को बॉक्स ऑफ़िस पर रिकॉर्ड बनने लगे।

  • 2010 में सलमान ख़ान ‘दबंग’ इंस्पेक्टर चुलबुल पांडे बनकर हिंदी सिनेमा के पर्दे पर नज़र आये। फ़ैंस ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और अभिनव कश्यप को 140 करोड़ का डायरेक्टोरियल डेब्यू मिला। सलमान ने फ़िल्म में रॉबिनहुड टाइप का किरदार निभाया।
  •  2011 की ईद पर सलमान की ‘बॉडीगार्ड’ रिलीज़ हुई। इस फ़िल्म को साउथ सिनेमा के डायरेक्टर सिद्दीक़ ने डायरेक्ट किया था। करीना कपूर फ़िल्म की लीडिंग लेडी थीं। फ़िल्म ने 149 करोड़ घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर जमा किये।
  •  2012 की ईद पर सलमान पहली बार इंटेलीजेंस एजेंट टाइगर बनकर पर्दे पर आये। कबीर ख़ान डायरेक्टेड फ़िल्म में कटरीना कैफ़ उनकी लीडिंग लेडी थीं। ‘एक था टाइगर’ के ज़रिए सलमान के फैंस ने 199 करोड़ की ईदी दी।
  • 2014 में प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला ने अपने करियर को ज़ोरदार ‘किक’ दी और डायरेक्टर बन गए। भाई का ये अंदाज़ भी फ़ैंस को ख़ूब पसंद आया और 232 करोड़ ‘किक’ को मिले।
  • 2015 की ईद पर सलमान ‘बजरंगी भाईजान’ बने। इस फ़िल्म को कबीर ख़ान ने ही डायरेक्ट किया था। फ़िल्म एक ऐसी बच्ची के इर्द-घूमती है, जो पाकिस्तानी है और भूलवश भारत में रह जाती है। सलमान उसे छोड़ने पाकिस्तान जाते हैं। सलमान का ये बजरंगी वाला अंदाज़ भी फ़ैंस को पसंद आया और भाईजान 321 करोड़ लेकर घर गए।
  • 2016 में सलमान ख़ान की फ़िल्म ‘सुल्तान’ रिलीज़ हुई। अली अब्बास ज़फ़र डायरेक्टेड फ़िल्म में सलमान पहलवान बने। फ़िल्म ने 300 करोड़ से ज़्यादा कलेक्शन घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर किया। अनुष्का शर्मा फ़िल्म में पहली बार सलमान के अपोज़िट नज़र आयी थीं।

Tubelight ने किया बॉक्स ऑफ़िस पर अंधेरा

2017 में ईद पर 23 जून को सलमान की फ़िल्म ‘ट्यूबलाइट’ रिलीज़ हुई थी। इस प्रयोगधर्मी फ़िल्म में सलमान ख़ान ने एक मासूम शख़्स का किरदार निभाया था, जो सलमान की ऑनस्क्रीन इमेज के बिल्कुल उलट है। ‘ट्यूबलाइट’ को वो रिस्पांस नहीं मिला, जिसकी सलमान की फ़िल्मों से उम्मीद रहती है। फिर भी ‘ट्यूबलाइट’ ने 121 करोड़ के आस-पास जमा कर लिये। ट्रेड ने इस कलेक्शन को औसत कहा, मगर सलमान बार-बार ‘ट्यूबलाइट’ को सक्सेसफुल कहते रहे हैं।

ट्यूबलाइट की नाकामयाबी सलमान के ज़हन से आत तक नहीं निकली है। भारत के प्रमोशन के मौक़े पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में इस बात पर पूरा ज़ोर दिया कि भारत को ट्यूबलाइट जैसी फ़िल्म ना समझा जाए। ट्यूबलाइट में इमोशंस की ओवरडोज़ हो गयी थी, जबकि भारत ह्यूमर के साथ फुल ऑन एंटरटेनमेंट है। वैसे ट्यूबलाइट की तरह भारत भी पारिवारिक रिश्तों के लिए कुछ भी कर गुज़रने की सोच पर बनी फ़िल्म है। ट्यूबलाइट में सलमान युद्ध के दौरान खोये हुए अपने भाई को खोजने निकले थे, जबकि भारत में भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान खोये अपने पिता की तलाश करते नज़र आएंगे।

Race 3 ने लगाये कामयाबी पर ब्रेक

संयोग से रेस 3 की कहानी में भी फैमिली को तरजीह दी गयी थी, जो पिछले साल 15 जून को रिलीज़ हुई थी। ईद का मौक़ा होने की वजह से ‘रेस 3’ से काफ़ी उम्मीदें थीं और पहले दिन सलमान के चाहने वालों ने उन्हें निराश भी नहीं किया।

फ़िल्म को 29.17 करोड़ की शानदार ओपनिंग मिली थी, जो 2018 की सबसे बड़ी ओपनिंग में शामिल हुई। वहीं, ओपनिंग वीकेंड में 100 करोड़ का अहम पड़ाव पार कर लिया, मगर इसके बाद फ़िल्म गिरती चली गयी और 169 करोड़ का लाइफ़ टाइम कलेक्शन कर सकी। बजट और ख़र्च के हिसाब-किताब के बाद ट्रेड ने इसे औसत माना। रेमो डिसूज़ा ने रेस 3 को निर्देशित किया था। सलमान के साथ बॉबी देओल, अनिल कपूर, साकिब सलीम, जैकलीन फ़र्नांडिस और डेज़ी शाह मुख्य स्टार कास्ट का हिस्सा थे।

अब  सबकी निगाहें भारत पर हैं। ट्यूबलाइट और रेस की असफलताओं ने भी भारत को लेकर बेताबी बढ़ा दी है। इस फ़िल्म को अली अब्बास ज़फ़र ने डायरेक्ट किया है, जिन्होंने सलमान को सुल्तान बनाया था। कटरीना कैफ़, दिशा पाटनी, जैकी श्रॉफ और सुनील ग्रोवर अहम भूमिकाओं में दिखेंगे। कोरियन फ़िल्म ओडे टू माय फादर (Ode To My Father) के इस रीमेक में सलमान विभिन्न गेटअप में दिखेंगे। एक ही फ़िल्म में इतना प्रयोग सलमान ने पहले कभी नहीं किया है। देखते हैं कि भारत सलमान और ईद के रिश्ते को किस मोड़ पर लेकर जाती है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*