माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का रिजल्ट आते ही किसान की बेटी ने दसवीं क्लास में 85% अंक प्राप्त किया| इनका पिताजी खेती करता है लेकिन बेटी को आगे बढ़ाने का जज्बा पिताजी में देखने को मिला और बेटी ने पिता जी को मिला और बेटी ने पिता जी को मेहनत का रंग दिखला दिया| हिमांशी का कहना है कि अब मैं आगे डॉक्टर बनूंगी और डॉक्टर की पढ़ाई करुंगी, हिमांशी के पिताजी जयपुर में मजदूरी करते हैं
पिता करते है खेतीबाड़ी
हिमांशी के पिता खेतीबाड़ी करते है। खुद की जमीन होने के साथ ही काम इतना अधिक होता है कि शाम के समय बच्चों को पढ़ाई के साथ काम भी करना पड़ता है। पिताजी ने बताया कि उसकी बेटी शुरू से ही पढ़ाई में अच्छी थी। यहीं कारण है कि उन्होंने उसकी पढ़ाई जारी रखी। अब उसकी बेटी जहां तक पढ़ेगी उसे पढ़ाएंगे। उसे बहुत खुशी हो रही है कि एक किसान की बेटी ने प्रदेश में अच्छा का किया है|
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