अल्पसंख्यकों के सर्वांगीण विकास पर हुई सेमिनार
वक्ताओं ने कहा कि सरकार का लाभ उठाकर चले समाज के साथ
मथुरा। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से श्री सत्य साईं शिक्षा एवं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा चंदनवन पब्लिक स्कूल में के अल्पसंख्यकों के सर्वांगीण विकास के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के ऊपर एक सेमिनार आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री सत्य साईं बाबा के चित्र पर डा. जेड हसन ,मनीष दयाल ,जेपी जैन और जगदीश गौतम द्वारा माल्यार्पण कर किया गया । मुख्य अतिथि और कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर जेड हसन, मनीष दयाल ,जेपी जैन आदि का स्वागत जगदीश गौतम द्वारा शॉल उड़ाकर और चित्रपट भेंट करके किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. जेड हसन ने कहा की सबसे ज्यादा अल्पसंख्यकों में अगर शिक्षा पिछड़ापन है तो वह मुस्लिम समुदाय में है। जिसके कारण शिक्षा में कम रुचि है इसलिए वह कहीं ना कहीं पर पिछड़ते जा रहे हैं । उन्हें शिक्षा पर भरपूर ध्यान देना होगा जिससे कि वह समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। प्रदेश महासचिव राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सभा के मनीष दयाल ने कहा की हमें अपनी कौम को आगे बढ़ाने के लिए उसमें व्याप्त समस्याओं पर ध्यान देना होगा और अधिक से अधिक के प्रयास करना होगा कि भारत सरकार के द्वारा जो संचालित अल्पसंख्यकों के हित के लिए संचालित योजनाएं हैं वह जो लाभार्थी हैं उन तक मुकम्मल रूप में पहुंचे जिससे कि भारत सरकार की जो नियत अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए है वह पूरी हो ।
जैन समाज के राष्ट्रीय महामंत्री जेपी जैन ने कहा की जैन समाज में साक्षरता की दर बहुत अधिक है और जैन समाज में अधिकतर लोग व्यापार में है और यह समाज अपने आप में काफी हद तक समृद्धि है लेकिन फिर भी जो अल्पसंख्यकों के बीच में समस्याएं हैं उनको दूर करने के लिए हम सभी को पहल करनी होगी और इन योजनाओं को अध्ययन करके जो कमजोर तबके के लोग हैं उन तक पहुंचाना होगा ।
कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समाज ने बहुत बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई और अपनी समस्याओं को भी वहां पर रखा जिस पर वहां उपस्थित मुख्य वक्ताओं द्वारा चर्चा की गई ।
कार्यक्रम के संयोजक श्री सत्य साईं शिक्षा एवं ग्रामीण विकास संस्थान के जगदीश गौतम ने कहा की भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित के लिए बहुत सी योजनाएं संचालित की गई हैं लेकिन बड़ा दुर्भाग्य का विषय है कि वह योजनाएं जिन पर भारत सरकार बहुत बड़ी मात्रा में पैसा खर्च करती है वह लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पाती । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज से जुड़े लोगों ने प्रतिभाग किया ।
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