नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा. वनडे क्रिकेट के नंबर वन गेंदबाज बुमराह ने वर्ल्ड कप में 18 विकेट झटके और इकनॉमी 4.41 की रही यानी हर ओवर में साढ़े 4 से भी कम रन दिए. इंडियन टीम के कप्तान विराट कोहली को जब भी जरूरत पड़ी तब बुमराह ने विकेट निकाले. उन्होंने टीम को पहले 10 ओवर में कामयाबी दिलाई, फिर मिडिल ओवरों में ब्रेकथ्रू दिलाए और आखिरी ओवरों में रन बचाने के साथ ही बल्लेबाजों को पवैलियन भी भेजा. 2016 में वनडे टीम में डेब्यू करने के बाद से बुमराह ने तेजी से कामयाबी हासिल की और अब टीम इंडिया की गेंदबाजी के मुखिया हैं.
कनाडा जाने का कर लिया था फैसला
बुमराह ने अहमदाबाद की गलियों से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. बचपन में वह अपने 5 दोस्तों के साथ खेला करते थे और क्रिकेट में बड़ा नाम बनाने का सपना देखते थे. उन्होंने इनके साथ ही स्कूल और यूनिवर्सिटी क्रिकेट खेला लेकिन ज्यादा कामयाबी नहीं मिली. ऐसे में एक समय तो बुमराह हताश हो गए थे और उन्होंने फैसला किया था कि अगर एक साल में चीजें उनके हिसाब से नहीं हुईं तो वह कनाडा चले जाएंगे.
इस दौरान उन्होंने ज्योतिषियों से भी मदद की थी और अपना भविष्य जाना था. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, कई ज्योतिषियों ने उनसे कहा था कि वे बड़ा नाम कमाएंगे. ऐसा उनकी किस्मत में लिखा है.
हर रोज बदलते थे एक्शन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बुमराह के बचपन के साथी ने बताया, ‘उसका गेंदबाजी एक्शन हर रोज बदलता था. यह निर्भर करता था कि उस दिन उसने टीवी पर किसको देखा है. वह मखाया एनटीनी, ब्रेट ली, शाहिद अफरीदी और वसीम अकरम के एक्शन की नकल किया करता था. वह अपने बाएं हाथ से भी अच्छी गेंदबाजी करते थे. अगर हम उसे चौका या छक्का लगाते तो अगली गेंद वह बाउंसर या बीमर डालता था.’
बाउंसर से तोड़ दी बल्लेबाज की पसलियां
बुमराह ने एक अन्य दोस्त के हवाले से रिेपोर्ट में लिखा गया है कि यदि बल्लेबाज रन बनाता या कोई कैच छोड़ देता तो वह गुस्सा हो जाता था. वह बाकी सभी से एक लेवल ऊपर था. ऐसे में वह बाकी सभी से भी यही उम्मीद करता था. उसने एक बार अंडर-17 टूर्नामेंट में राजस्थान टीम के खिलाफ बाउंसर से एक बल्लेबाजी की पसलियां तोड़ दी थी. इसे देखकर बाकियों में डर बैठ गया था. उसने 6 गेंदों में 5 विकेट लिए थे.
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