सरकारी अस्पताल में बढे बंदर काटने के मरीज

सौ शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में प्रतिदिन आ रहे हैं 50 से 100 मरीज
वृंदावन(मथुरा)। धर्म नगरी वृन्दावन में बन्दर किस कदर आतंकी हो चुके हैं इसका पता चलता है सरकारी अस्पतालों में
आ रहे मरीजों के आंकड़े से चल रहा है। बंदरों के काटने के 50 से 100 मरीज प्रतिदिन रैबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए यहां के सौ शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में पहुंच रहे हैं।


बांके बिहारी की नगरी में बंदरों से स्थानीय लोग ही नहीं यहां आने वाले श्रद्धालु किस कदर परेशान हैं। इसके उदाहरण आये दिन यहां देखने को मिल रहे हैं। जिनके सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहे हैं। यहां के मंदिरों के दर्शन, बाजार में जाते समय ही नहीं ये बंदर लोगों पर उनके घरों में हमला बोल रहे हैं। एक बार फिर बंदरों का कहर आज देखने को मिला। इस बार बंदरों ने एक महिला और बुजुर्ग पर हमला बोल कर घायल कर दिया। बंदरों का बढ़ता आतंक लोगों को परेशान कर रहा है लेकिन इस तरफ ना तो मथुरा वृंदावन नगर निगम और ना हीं जिला प्रशाशन कोई ध्यान दे रहा।
अस्पताल के रैबीज प्रभारी डॉ. पीयूष चौवे ने बताया कि कुत्ता के काटने से ज्यादा बंदरों का काटना खतरनाक है। बन्दर के काटने पर उनको कई बार टांके भी लगाने पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि सौ शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में प्रतिदिन 50 से 100 पीडित बंदर काटने के पहुंच रहे हैं। इनको रैबीज के इंजेक्शन लगाये जा रहे हैं।

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