इमरान के एमएलए ने भारत से मांगी शरण, इस नेता के लिए रखा 50 लाख का इनाम!

चंडीगढ़। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व विधायक बलदेव कुमार को अपने परिवार समेत जान बचाकर भारत में आना पड़ा है. उन्होंने भारत में राजनीतिक शरण की मांग की है. इस बीच उन्हें फिर से जान से मारने की धमकी मिली है

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खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला ने फेसबुक पर बलदेव कुमार को लेकर एक पोस्ट लिखी है. इसमें वह कह रहे हैं कि भारत सरकार बलदेव कुमार को राजनीतिक शरण नहीं देगी. ऐसे में जब भी बलदेव पाकिस्तान लौटेगा, मैं उसे बॉर्डर पर ही मार डालूंगा.’ चावला के अलावा इमरान खान की पार्टी के यूनियन काउंसिल चेयरमैन हाजी नवाब ने भी सोशल मीडिया के जरिए बलदेव कुमार की हत्या पर इनाम का ऐलान किया है.

PTI नेता ने हत्या के लिए रखा इनाम
हाजी ने फेसबुक पर ऐलान किया कि भारत में जो भी बलदेव कुमार की हत्या करेगा, उसे 50 लाख का इनाम दिया जाएगा. बता दें कि हाजी नवाब खैबर पख्तूनख्वां विधानसभा के बारीकोट तहसील के यूनियन कॉउंसिल के चेयरमैन हैं. बलदेव यहीं से विधायक थे।

बलदेव कुमार ने फोन पर बातचीत के दौरान ये स्वीकार किया कि उन्हें पाकिस्तान से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. बलदेव बताते हैं, ‘मैं भारत में महफूज़ हूं और कहीं भी आने-जाने के लिए आजाद हूं. यहां के लोग मुझे सपोर्ट कर रहे हैं.’

बलदेव कुमार कहते हैं, ‘मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से गुजारिश है कि वह मेरी दरख्वास्त स्वीकार करें. मुझे और मेरे परिवार को भारत में राजनीतिक शरण दें. पाकिस्तान में हिंदू, सिख और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित नहीं हैं.’ बता दें कि पाकिस्तान में हाल में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और अत्याचार के मामले बढ़े हैं.

करतारपुर पर भी दी नसीहत
पाकिस्तान के पूर्व विधायक बलदेव कुमार ने भारत सरकार को करतारपुर कॉरीडोर पर भी नसीहत दी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान के करतारपुर डिजाइन को लेकर सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान सालों से करतारपुर कॉरीडोर के एक साइड का इस्तेमाल तस्करी के लिए करता रहा है.

हत्या के झूठे आरोप में दो साल तक जेल में रखा गया
बलदेव कुमार ने कुछ महीने पहले परिवार को यहां पंजाब के लुधियाना में अपने रिश्तेदारों के पास खन्ना शहर भेज दिया था. 12 अगस्त को तीन महीने के वीजा पर खुद बलदेव भी यहां आ गए थे, लेकिन अब वे वापस नहीं लौटना चाहते. बलदेव के मुताबिक साल 2016 में उनके विधानसभा क्षेत्र के विधायक की हत्या हो गई थी. इस मामले में उन पर झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें दो साल तक जेल में रखा गया.

भारतीय नागरिक हैं बलदेव की पत्नी भावना
बलदेव के मुताबिक, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक दहशत के माहौल में रहने को मजबूर हैं. बलदेव की शादी 2007 में पंजाब के खन्ना की रहने वाली भावना से हुई थी. शादी के समय वे पाकिस्तान में पार्षद थे और बाद में विधायक बने. बीते दिनों वे खन्ना के समराला मार्ग पर स्थित मॉडल टाउन में दो कमरों के किराये के मकान में अपने परिवार के साथ दिन गुजार रहे थे. बलदेव की पत्नी भावना अभी भारतीय नागरिक हैं. उनके दो बच्चे 11 साल की रिया और 10 साल का सैम पाकिस्तानी नागरिक हैं. बेटी रिया थैलेसीमिया से पीड़ित हैं और उनका इलाज चल रहा है.

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