
महाराष्ट्र के राजनीतिक रार के बीच अब कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी शिवसेना से बातचीत के लिए राज़ी हो गई है। महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि दीपावली की वजह से बातचीत नहीं हो पाई थी और यदि शिवसेना को हमारा प्रस्ताव नहीं मिला हो, तो हम उन्हें फिर से प्रस्ताव देते हैं। उन्होने आगे कहा कि अब महाराष्ट्र की राजनीति के लिए किसी भी समय अच्छी खबर आ सकती है। वहीं शिवसेना सांसद संजय राऊत ने भी बयान दिया।
शिवसेना सांसद संजय राऊत का कहना है कि हम भी भाजपा से चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन अब चर्चा केवल जरूरी मुद्दों पर ही होगी। उन्होने आगे कहा कि हम केवल उस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे जिसे हमने विधानसभा चुनाव से पहले स्वीकार किया था। अब नए प्रस्तावों का आदान-प्रदान नहीं किया जाएगा। भाजपा और शिवसेना ने चुनावों से पहले सीएम के पद पर एक समझौता किया था और उसके बाद ही हम चुनाव के लिए गठबंधन के लिए आगे बढ़े। हम अपनी बात पर कायम हैं कि ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा। हम भाजपा से मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर लिखित आश्वासन चाहते हैं, लेकिन बीजेपी दे नहीं रही है।
वहीं चंद्रकांत पाटिल ने उम्मीद जताई कि सरकार बनाने में आ रही दिक्कतों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में महायुति की सरकार बनेगी। शिवसेना की ओर से अब तक कोई प्रस्ताव नहीं आया है। हमें उनके प्रस्ताव का इंतजार है। भाजपा के द्वार खुले हुए हैं। चंद्रकांत पाटिल ने यह बयान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवास पर हुई बैठक के बाद दिया। उस बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे समेत तमाम आला नेता भी शामिल हुए थे।
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