
कोडरमा: प्रत्याशी के रूप में डॉ. नीरा यादव के नाम की घोषणा होते ही भाजपा में विरोध के सुर तेज हो गए हैं। इसबार की कतार में शामिल पार्टी के चार पांच बड़े नेताओं में से कुछ ने स्पष्ट स्वर में तो कुछ ने दबे स्वर में नीरा यादव की उम्मीदवारी का विरोध किया है। टिकट की प्रबल दावेदार रहीं जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने तो शहर में एक रैली निकालकर नीरा यादव को खुले तौर पर चुनौती दे दी है। सोमवार को रांची से कोडरमा पहुंचने पर शालिनी का झुमरीतिलैया के सुभाष चौक पर उनके सैकड़ों समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। यहां से शालिनी के समर्थक उन्हें खुली जीप में रैली की शक्ल में उनके समर्थन में नारेबाजी करते हुए झुमरीतिलैया बाजार हुए उनके आवास तक ले गए। इस दौरान लोग शालिनी के समर्थन में जमकर नारेबाजी कर रहे थे। ठगा महसूस कर रही है जनता: शालिनी
जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने अभी नीरा यादव को टिकट दिया है। लेकिन जनता का निर्णय आना अभी बाकी है। कोडरमा की जनता क्या चाहती है, यह बीतते वक्त के साथ पता चल जाएगा। कल की घोषणा से कोडरमा के 3.15 लाख वोटर ठगा महसूस कर रहे हैं। यह इनके लिए एक झटका जैसा है। अब आगे विचार की जिम्मेदारी केवल मेरी नहीं है। जनता को इसपर विचार करने की जरूरत है। आगे जो भी जनता फैसला करेगी, उसके साथ रहूंगी। जेवीएम पर गड़ी निगाहें
इस वहीं दूसरी ओर नीरा यादव के टिकट की घोषणा के बाद अब सबकी निगाहें बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा पर टिक गई है। जानकारी के अनुसार भाजपा से बेटिकट हुए कई लोग बाबूलाल मरांडी की पार्टी के संपर्क में हैं। अचानक झाविमो का ग्राफ उफान पर चला गया है। वहीं झाविमो ने अपने प्रत्याशी की घोषणा को अभी होल्ड पर रख दिया है। यही स्थिति बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र की भी है। यहां भाजपा ने अभी टिकट की घोषणा नहीं की है, लेकिन आनेवाले समय में यहां भी बड़े उथल-पुथल की संभावना स्पष्ट तौर पर दिख रही है। वहीं चर्चा यह भी हो रही है बदली परिस्थिति में बाबूलाल मरांडी कोडरमा से उम्मीदवार हो सकते हैं। पार्टी के कई नेता व कार्यकर्ता अब बाबूलाल मरांडी पर कोडरमा से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए दबाव बनाने लगे हैं। पार्टी का निर्णय जनभावना के अनुरूप नहीं: रमेश
इधर, भाजपा प्रत्याशी के रूप में नीरा यादव के नाम की घोषणा के बाद पार्टी के वरीय नेता व इसबार टिकट के दावेदार रहे रमेश सिंह ने कहा कि पार्टी का निर्णय कार्यकर्ताओं व जनभावनाओं के अनुरूप नहीं है। पार्टी के कार्यकर्ता व क्षेत्र की जनता इस निर्णय से आहत हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं व जनता की भावना के अनुरूप जो भी उचित निर्णय होगा, वह लिया जाएगा।
Leave a Reply