पुणे। महाराष्ट्र राज्य अभियोजन ने एल्गार परिषद केस में 19 आरोपियों के नाम विशेष गैरकानूनी गतिविधियां (प्रतिबंध) कानून (UAPA) कोर्ट में बुधवार को भेजे हैं। अभियोजन ने इनके विरुद्ध देश के खिलाफ जंग छेड़ने, आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की साजिश का मामला दर्ज किया है।
आरोपियों में मानवाधिकार वकील, एकेडेमिक और लेखक समेत 9 सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। इन लोगों को प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) से संपर्क के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनके अलावा वामपंथी विचारधारा वाले सांस्कृतिक संगठन कबीर कला मंच के 5 सदस्यों और 5 माओवादियों को भी आरोपी बनाया गया है।
कोर्ट को भेजे गए ड्राफ्ट में कहा गया है कि जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की गई थी, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी हत्या की साजिश रची गई थी। अभियोजन ने 16 पन्नों का ड्राफ्ट स्पेशल UAPA जज एसआर नवंदर को भेजा है। इनमें से 8 में UAPA और 8 में आईपीसी की धाराओं का जिक्र है। कोर्ट 1 जनवरी को इन आरोपों पर बहस करेगा। इसके बाद केस का ट्रायल शुरू किया जाएगा।
पुणे पुलिस के केस के अनुसार, 31 दिसंबर 2017 को सीपीआई (माओवादी) के फंड से एल्गार परिषद का आयोजन किया गया, जो सरकार को हटाने की साजिश का एक हिस्सा था। पुलिस ने दावा किया कि यहां दिए गए कथित भड़काऊ बयानों ने 1 जनवरी, 2018 को कोरेगांव-भीमा की जातिवादी हिंसा में भूमिका निभाई थी।
Leave a Reply