नई दिल्ली। कोरोना की अब तक कोई दवाई या वैक्सीन नहीं बनी है। इस बीच लॉकडाउन की वजह से करोडों की संख्या में लोग अपने घरों के भीतर कैद हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस दौरान घरों में लोगों को परिवार के स्वास्थ्य पर निगाह बनाए रखनी चाहिए। साथ ही इस वक्त कुछ खास दवाएं और मेडिकल किट भी घर में होना जरूरी है। कोरोना वायरस के लक्षणों को लेकर लगातार सरकारी विज्ञापन दिए जा रहे हैं। साथ ही तेज बुखार आना इसके पहले लक्षणों में से एक है. आइए जानते हैं वो मेडिकल से जुड़ी वो कौन सी जरूरी चीजें हैं, जो इस वक्त आपके घर में जरूर होनी चाहिए।
थर्मामीटर
कोरोना वायरस के लक्षणों पर निगाह रखने के लिए थर्मामीटर वो सबसे जरूरी चीज है जो आपके घर में होनी चाहिए। अगर आपके परिवार में किसी बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको उसका तापमान चेक करते रहना चाहिए। हर इस्तेमाल के बाद थर्मामीटर को अल्कोहल या फिर पेरोक्साइड के जरिए डिसइन्फेक्ट करते रहें। अगर आपके पास थर्मामीटर नहीं है तो इसे ऑनलाइन भी ऑर्डर किया जा सकता है।
अगर ऑन लाइन स्टॉक में भी थर्मामीटर की उपलब्धता न हो तो घबराने की जरूरत नहीं है। आपको अपने शरीर के तापमान का खयाल रख सकते हैं। एक अमेरिकी विशेषज्ञ के मुताबिक आपको खयाल रखना होगा कि कहीं आपको बहुत ज्यादा सर्दी या कंपकंपी जैसे लक्षण तो नहीं। या फिर एक दम तेज पसीने छूटने जैसे लक्षण हों तो भी ध्यान रखने की जरूरत है। अगर ऐसी स्थितियां दिखाई देती हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना होगा।
पल्स ऑक्जीमीटर
कोरोना के रोगियों में निमोनिया जैसे लक्षण भी पाए जाते हैं जिनकी वजह से शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होता है। बाद में लक्षण और गंभीर होते जाते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हर निमोनिया के मरीज को कोरोना बीमारी हो। इसलिए पल्स ऑक्जीमीटर घर में होना बेहद जरूरी है। इसके छोटी सी मशीन के जरिए खून में ऑक्सीजन का लेवल नापा जा सकता है। इसके लिए जरिए हम निगाह रख सकते हैं कि परिवार के सदस्य का ऑक्सीजन लेवल ज्यादा कम तो नहीं हो रहा। इसकी नॉर्मल रीडिंग 95 से 100 प्रतिशत के बीच होती है। 90 से नीचे का प्रतिशत कम माना जाता है।
अगर आपके पास ये मशीन नहीं है तो इसे भी आसानी से ऑनलाइन ऑर्डर किया जा सकता है या फिर किसी मेडिकल स्टोरी से लिया जा सकता है। अगर ये मशीन भी आपको उपलब्ध नहीं हो पाती तो घबराने की बात नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थिति में आपको अपने शरीर पर ध्यान देना चाहिए। वो आपको खुद बताएगा कि आपकी हालत ठीक है या नहीं. अगर आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है तो बिना देर लगाए डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
बुखार और दर्द की दवाएं
लॉकडाउन के दौरान लोगों को बुखार और शरीर दर्द की परेशानियां आ रही हैं। लोग घरों के भीतर कैद हैं इस वजह से शरीर में दर्द की समस्या आम बात है। लेकिन ये लक्षण कोरोना से भी मिलते हैं। ऐसे में आप बुखार और दर्द की दवा अपने पास रख सकते हैं। हां ये खयाल रखें कि इन दवाओं का लंबे समय तक सेवन नहीं किया ज सकता है। अगर एक या दो बार के इस्तेमाल के बाद आपको आराम नहीं मिल रहा है तो डॉक्टर से संपर्क किया ज सकता है।
इन दवाओं के इस्तेमाल पर पहले से ही कई शर्तें लगाकर रखी गई है।. जैसे ibuprofen के ज्यादा इस्तेमाल से किडनी डैमेज का खतरा होता है. वहीं बुखार के लिए पैरासीटामॉल का इस्तेमाल कभी अल्कोहल के सेवन के बाद न करें। हालांकि कुछ डॉक्टर ये भी सलाह देते हैं कि सामान्य शरीर दर्द और बुखार में किसी तरह की दवा नहीं लेनी चाहिए। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इनसे लड़ने में पर्याप्त होती है। अगर आपका स्वस्थ शरीर इनसे नहीं लड़ पा रहा है और लक्षण गंभीर हो रहे हों तो सीधे डॉक्टर से परामर्श ज्यादा बेहतर है।
अन्य दवाएं
गले में खराश या दर्द होना भी कोरोना के लक्षणों में शामिल है. भारत में कई ऐसे कोरोना के मरीज आए हैं जिन्हें सिर्फ गले में खराश या फिर दर्द की शिकायत थी. ऐसे में आप घर में गले की खराश या दर्द के स्ट्रेप्सिल्स की टैबलेट रख सकते हैं। साथ ही शहद का इस्तेमाल भी किया ज सकता है। अगर इनके इस्तेमाल से लक्षणों में कमी आए तो ठीक अन्यथा फिर आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं. इसी तरह अगर घर में किसी को डायरिया जैसी दिक्कत हो तो ओआएस या इलेक्ट्रॉल पाउडर के पैकेट रखे जा सकते हैं। इन सबके बीच हमेशा खयाल रखें कि लक्षणों को गहराने न दें. अगर सामान्य उपचार से ये लक्षण थम रहे हैं तो ठीक अन्यथा तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।
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