अजब—गजब: थाने में तोते ने दी गवाही, आवाज लगाते ही बच्चे के कंधे पर आकर बैठ गए, फिर हो गया फैसला!

राजसमंद। राजस्थान के राजसमंद जिले में एक अजीबोगरीब मामला समने आया है। यहां के एक गांव ने एक लड़के ने दो तोते पाल रखे थे। लॉकडाउन के दौरान उसके दोनों तोते (Parrots) उड़कर भाग गए। जब लॉकडाउन में कुछ छूट मिली तो लड़के के घरवाले तोते को खोजने के लिए घर से बाहर निकले। खोजने के बाद परिजनों को मालूम पड़ा कि एक महिला ने दोनों तोते को पकड़ कर पिंजरे में कैद कर लिया है। जब बच्चे ने महिला को तोते लौटाने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। इसके बाद वह बच्चा फरियाद लेकर पुलिस थाने चला गया।

जानकारी के मुताबिक, बच्चे का नाम करण सेन है। उसकी उम्र महज 11 साल है। वह राजसमंद जिले के कुंवारिया गांव का रहने वाला है। उसने दो तोते पाल रखे थे। उसके एक तोते का नाम राधा तो दूसरे का नाम कृष्ण है। लॉकडाउन में एक दिन दोनों तोते उड़कर घर से बाहर कहीं चले गए। लॉकडाउन की वजह से परिजनों ने तोते की तलाशन नहीं कर पाए। जब लॉकडाउन में कुछ ढील मिली तो घरवाले तोते को खोजने के लिए घर से बाहर निकले। घर से काफी दूर जाने के बाद परिजनों ने दोनों तोते को खोज लिया. दोनों तोतों को एक महिला ने पाल रखा था. जब करण के परिजनों ने तोते लौटाने को कहा तो महिला ने इनकार कर दिया। इसके बाद करण शिकायत लेकर थाने में पहुंच गया।

एक आंटी उसके दो पालतू तोते को नहीं दे रही है
करण ने रोते हुए थाने में पुलिस से कहा कि एक आंटी उसके दो पालतू तोते को नहीं दे रही है. प्लीज आप उसके दोनों तोते दिलवा दें। इतना सुनते ही एसएचओ का दिल पसीज गया और उसने महिला को दोनों ​तोतों के साथ पुलिस थाने में बुला लिया। फिर तोते किसके हैं इसे साबित करने के लिए दोनों तोते ने ही गवाही दी। इसके बाद मामला सुलझ गय।. थानाधिकारी पेशावर खान ने बताया कि करण ने जैसे ही राधा-कृष्ण की आवाज लगाई तो दोनों तोते उड़कर उसके कंधे पर आकर बैठ गए। ऐसे में फैसला किया गया कि तोते करण के ही हैं और फिर महिला ने उसे दोनों तोते लौटा दिए।

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