भगवान शिव की उपासना का मास सावन शुरू हो चुका है। सावन महीने में सभी भक्त शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा करते हैं। सावन के सोमवार वैसे भी भोलेनाथ को प्रिय हैं तो ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए इस महीने का महत्व बढ़ जाता है। शिव पूजा से पुण्यों में बढ़ोतरी तो होती ही है लेकिन शास्त्र के अनुसार इस दौरान कुछ कार्यों को करने की मनाही भी है। ऐसे कार्यों को करने से पूजा का प्रभाव निष्फल हो जाता है।
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किसी का अपमान न करें
ज्योतिषाचार्य पंडित देवेंद्र प्रताप मिश्र के अनुसार वैसे तो हमें किसी का अपमान कभी नहीं करना चाहिए। लेकिन सावन में किसी बुजुर्ग, अपने से बड़े, गुरुजनों, भाई-बहन, दोस्त, जीवन साथी या किसी निर्धन व्यक्ति का अपमान भूलकर भी नहीं करना चाहिए। सदैव इनको सम्मान दें।
बुरे विचार मन में न लाएं
मन में किसी के लिए भी दुर्भावना और बुरे विचार त्याग दें। दुर्भावना के कारण पूजा के समय आपका मन इधर-उधर भटकता रहेगा जिससे पूजा फलदायी नहीं होगी।
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क्रोध करने से रहें दूर
क्रोध करना तो वैसे भी नुकसानदायक होता है। क्रोध में लिए गए फैसले अक्सर हमें हानि पहुंचाते हैं। जब क्रोध आता है तो मन की एकाग्रता और विवेक क्षीण हो जाता है। ऐसे में मन अशांत होने से की गई पूजा निष्प्रयोज्य हो जाती है। लिहाजा यह व्यर्थ हो जाती है।
घर में झगड़ा न करें
कहते हैं कि जिन घरों में क्लेश होता है, अशांति बनी रहती है वहां देवी-देवताओं का निवास नहीं होता है। झगड़ा करने से पूरे घर की शांति भंग हो जाती है। सावन में विशेष ध्यान रखें कि घर में या पति-पत्नी में विवाद न हो। एक-दूसरे की गलतियों को क्षमा करें। मन प्रसन्न रहेगा तो ध्यान भी पूजा में लगेगा और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
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