राजस्थान के करौली में जलाकर मार दिए गए पुजारी के परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है. पुजारी बाबूलाल के परिजनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. हालांकि मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जांच में बड़ा खुलासा: पीड़ित परिवार के साथ रिश्तेदार बनकर रह रही थी महिला, सामने आया सच
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में पुजारी की हत्या मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत से बात की है. राज्यपाल ने इस मुद्दे को लेकर चिंता जताई है. राज्यपाल सचिवालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत ने आश्वासन दिया है कि मामलों की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
दाह संस्कार की अपील
इस बीच, प्रशासन ने पुजारी के परिजनों से अंतिम संस्कार किए जाने का अनुरोध किया है. करौली के एसडीएम ओम प्रकाश मीणा ने कहा कि पुजारी बाबूलाल के परिजनों ने चौथी डिमांड भी सामने रखी है. हम सीनियर अफसरों के जरिये सरकार को उनकी मांग के बारे में बताएंगे. हम परिजनों से अपील करते हैं कि वे दाह संस्कार करें क्योंकि शव को रखे हुए दो दिन हो चुके हैं.
क्रिकेट जगत में मातंम: टीम इंडिया के पूर्व अंडर-19 खिलाड़ी ने की आत्महत्या, जानिए
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुजारी के रिश्तेदार ललित ने कहा, ‘जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम दाह संस्कार नहीं करेंगे. हम चाहते हैं कि 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी मिले. सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. हम सुरक्षा चाहते हैं.’
राजस्थान की सियासत गरम
बता दें कि राजस्थान के करौली में दबंगों ने पुजारी के ऊपर पहले पेट्रोल छिड़का, फिर आग लगा दी. जयपुर के सवाई माधो सिंह अस्पताल में पुजारी की मौत हो गई. इसके बाद से राजस्थान की सियासत गरम है.
UP में फिर हैवानियत: 4 युवकों ने एक महिला से 3 महीने तक किया गैंगरेप, वकील की करतूत सुन पुलिस शॉक्ड
बहरहाल, राजस्थान पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. परिवार ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है. परिवार की मांग है कि उन्हें जमीन का आवंटन किया जाए और उनके एक बच्चे को नौकरी दी जाए.
वहीं जयपुर और करौली जिले में पुजारियों और ब्राह्मण समाज इस घटना से काफी नाराज बताया जा रहा है. ब्राह्मण समाज, पुजारी संघ, बजरंग दल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर एक्शन की मांग की थी. उसके अलावा पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई थी.
Leave a Reply