यूनिक समय, मैनपुरी। मैनपुरी जनपद के किशनी क्षेत्र में 10 अक्तूबर को मिले नरमुंड मामले का पुलिस ने मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा किया। मामा-भांजे ने गला दबाकर विधवा महिला की हत्या की थी। इसके बाद उसके शव के 13 टुकड़े कर अलग-अलग जगहों पर दफना दिया। पुलिस ने आरोपी मामा-भांजे को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि महिला की हत्या के मामले में सर्वेश कुमार निवासी बरुआ नद्दी और उसके मामा संतोष कुमार निवासी नगला प्रसादी (इटावा) को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने मिलकर पूता देवी पत्नी स्वर्गीय दिलासाराम निवासी भरथना की हत्या की थी। मृतका के देवर मिथिलेश कुमार ने नरमुंड की शिनाख्त करने के बाद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि पूता देवी आरोपी सर्वेश कुमार की रिश्ते में चाची लगती थीं। उसके मामा संतोष कुमार की पत्नी की मौत हो चुकी थी। वह दूसरी शादी करना चाहता था। मामा से विधवा पूता देवी की शादी कराने के लिए सर्वेश ने उन्हें जाल में फंसा लिया। पूता देवी गरीब थीं और किराये के मकान में रहती थीं। सर्वेश ने उन्हें मकान दिलाने का लालच दिया। सर्वेश ने 20 सितंबर को पूता देवी को आवास और नगद रुपये दिलाने का झांसा देकर बुलाया था। इसके बाद अपने मामा संतोष के साथ उन्हें लेकर सूनसान जगह पर ले गया। जब पूता देवी ने विरोध किया तो दोनों ने गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद गड़ासा से शव के 13 टुकड़े किए और अलग-अलग स्थानों पर दफना दिए। पूता देवी का कटा सिर बरुआ नद्दी के बाहर एक खेत में मिला था। एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि कटे सिर की पहचान पूता देवी के देवर मिथिलश कुमार ने की थी। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। मंगलवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सर्वेश अपनी मां की भी हत्या कर चुका है।
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