
मुंबई। शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक के ठाणे स्थित आवास और कार्यालय पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान ED विधायक के बेटे विहंग सरनाईक को साथ लेकर गई। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने सिक्योरिटी प्रोवाइडर- टॉप्स ग्रुप के प्रमोटर्स और कुछ राजनेताओं सहित संबंधित सदस्यों के परिसरों पर छापेमारी की है। मुंबई और ठाणे के 10 स्थानों पर सर्च जारी है।
This methodology of (mis)using ED, IT,CBI has been used by central government to silence opponents just so many times that even people can see through the vendetta. ED is reduced to only enforcing centre’s whims&fancies.
Our resolve to fight back only gets stronger. Bring it on. https://t.co/3rhQ5jZWzJ— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) November 24, 2020
लोकमत के अनुसार ईडी को प्रताप सरनाईक पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संदेह है। इसलिए, ईडी टीम द्वारा ठाणे में 10 स्थानों का छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। ईडी ने आज सुबह प्रताप सरनाईक के ठाणे स्थित आवास पर छापा मारा. ED ने विधायक प्रताप सरनाईक, चिरंजीव विहंग और पुरवेश और प्रताप सरनाईक के वाणिज्यिक कार्यालय दोनों के घरों पर भी छापा मारा।
राजनीति से प्रेरित है कार्रवाई- शिवसेना विधायक
दिल्ली से ईडी की टीम कार्रवाई कर रही है. वहीं विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। सरनाईक ठाणे में ओवला-मजीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और मीरा भयंदर क्षेत्र में शिवसेना के महाराष्ट्र प्रवक्ता हैं। ईडी की कार्रवाई से शिवसेना में खलबली मच गई है. प्रताप सरनाईक के साथ, शिवसेना के एक अन्य दिग्गज नेता को भी ईडी ने नोटिस जारी किया है। हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है।
इस कार्रवाई पर शिवेसना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ्ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा- ‘केंद्र सरकार द्वारा विरोधियों को चुप कराने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई का उपयोग किया जाता है. ED केवल केंद्र की सनक और विचारों को लागू करने के लिए सीमित हो गया है.’
Leave a Reply